ओडिशा में तीन ट्रेनों के दर्दनाक हादसे के बाद एक और हादसा; पटरी से उतरी मालगाड़ी, कोई हताहत नहीं
By अंजली चौहान | Published: June 5, 2023 11:43 AM2023-06-05T11:43:12+5:302023-06-05T12:03:32+5:30
गौरतलब है कि सोमवार को ओडिशा के बरगढ़ जिले में एक मालगाड़ी पटरी से उतर गई हालांकि, इसमें किसी के भी हताहत होने की सूचना नहीं है।
बालासोर: ओडिशा के बालासोर में तीन ट्रेनों की भीषण टक्कर के बाद सोमावार को एक और ट्रेन के पटरी से उतरे की खबर है। बताया जा रहा है कि सोमवार को ओडिशा के बरगढ़ जिले से एक और ट्रेन दुर्घटना की सूचना मिली। यह ट्रेन निजी सीमेंट फैक्ट्री द्वारा संचालित मालगाड़ी है जिसके कुछ डिब्बे फैक्ट्री परिसर के अंदर पटरी से उतर गए।
ईस्ट कोस्ट रेलवे के मुताबिक, इसमें रेलवे की कोई भूमिका नहीं है। जानकारी के अनुसार, यह चूना पत्थर ले जा रही एक मालगाड़ी थी। किसी के घायल होने की सूचना नहीं थी।
मालगाड़ी होने के कारण हताहत होने की संभावना नहीं है। पटरी से उतरने का कारण अभी स्पष्ट नहीं है। मालगाड़ी का पटरी से उतरना कोरोमंडल त्रासदी के तीन दिन बाद आता है, जो आजादी के बाद से भारत में सबसे विनाशकारी ट्रेन दुर्घटना में से एक है।
#WATCH | Some wagons of a goods train operated by a private cement factory derailed inside the factory premises near Mendhapali of Bargarh district in Odisha. There is no role of Railways in this matter: East Coast Railway pic.twitter.com/x6pJ3H9DRC
— ANI (@ANI) June 5, 2023
गौरतलब है कि सोमवार को ओडिशा के बरगढ़ जिले में एक मालगाड़ी पटरी से उतर गई हालांकि, इसमें किसी के भी हताहत होने की सूचना नहीं है। बताया जा रहा है कि यह पूरी तरह से एक निजी सीमेंट कंपनी की नैरो गेज साइडिंग है।
हादसे के बाद कंपनी द्वारा रोलिंग स्टॉक, इंजन, वैगन, ट्रेन ट्रैक (नैरो गेज) सहित सभी बुनियादी ढांचे का रखरखाव किया जा रहा है। ईस्ट कोस्ट रेलवे ने हादसे की जानकारी देते हुए स्पष्ट किया है कि इसमें रेलवे की कोई भूमिका नहीं है और यह कंपनी द्वारा संचालित की जा रही थी।
कैसे हुआ हादसा?
जानकारी के अनुसार, मालगाड़ी के पांच डिब्बे पटरी से उतर गए। सीमेंट से भरे ये डिब्बे भरभरा के पटरी से गिर गए। बताया जा रहा है कि पहिए के फटने से 5 डिब्बे पलट गए।
हालांकि, घटना में कोई घायल नहीं हुआ है। चूंकि दुर्घटना बारगढ़ के पास एसीसी सीमेंट प्लांट के अंदर बिछाए गए प्राइवेट ट्रैक पर हुई है जो कि निजी साइडिंग संचालन रेलवे की तरफ से नहीं होता है इसलिए इसका रखरखाव रेलवे की तरफ से नहीं किया जाता है।
इसका पूरा जिम्मा सीमेंट वर्क्स के स्वामित्व वाली नैरो गेज लाइन के हाथ है। हादसे के बाद मेन लाइन पर ट्रेनों का संचालन प्रभावित नहीं हुआ है।