वर्ष 2021 में आप हो जाएं सचेत, आप अपने पुराने एंड्रॉयड फोन पर नहीं कर पाएंगे ब्राउजिंग, जानिए क्या है पूरा मामला
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 9, 2020 02:31 PM2020-11-09T14:31:40+5:302020-11-09T14:38:06+5:30
ऐसा इसलिए है क्योंकि ऑपरेटिंग सिस्टम के पुराने वर्जन (एंड्रॉइड 7.1.1 नूगाट या उससे पहले) पर चलने वाले कई एंड्रॉयड फोन आपको कई वेबसाइटों तक पहुंचने से रोक देंगे।
नई दिल्लीः उपयोगकर्ता सचेत हो जाइये। क्या आप एक पुराने एंड्रॉयड फोन का इस्तेमाल कर रहे हैं? अगर ऐसा है तो आपको अपने फोन को अपग्रेड करने की जरूरत है।
यदि आप एक पुराने एंड्रॉइड फोन का उपयोग कर रहे हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि ऑपरेटिंग सिस्टम के पुराने वर्जन (एंड्रॉइड 7.1.1 नूगाट या उससे पहले) पर चलने वाले कई एंड्रॉयड फोन आपको कई वेबसाइटों तक पहुंचने से रोक देंगे।
रिपोर्ट के अनुसार अब आप किसी भी सुरक्षित वेबसाइट पर नहीं जा पाएंगे और न ही ब्राउजिंग कर पाएंगे, ऐसा इसलिए हुआ है कि क्योंकि आपका एंड्रॉयड फोन 7.1.1 नॉगट या दूसरे वर्जन पर काम कर रहा है जो काफी पुराना हो चुका है, ऐसे में आप जब भी अपने फोन पर किसी सुरक्षित वेबसाइट चलाएंगे तो वो आपको एरर दिखाएगा।
एंड्रॉयड पुलिस की एक रिपोर्ट के अनुसार यूजर्स अब किसी भी सुरक्षित वेबसाइट को एक्सेस नहीं कर पाएंगे, वेबसाइट्स पर जाते ही आपको फेल टू लोड मैसेज दिखाएगा या आपको ये जानकारी दी जाएगी कि इसके लिए आपके पास सही सर्टीफिकेट नहीं है।
सुरक्षित वेबसाइट एक्सेस करते समय त्रुटियां मिलेंगी
इस परिवर्तन के साथ, लगभग 33.8% Android उपयोगकर्ताओं को या तो सुरक्षित वेबसाइट एक्सेस करते समय त्रुटियां मिलेंगी या वेबसाइटें पूरी तरह से लोड होने में विफल होंगी। सौदे का अंत इन एंड्रॉइड फोन को प्रभावित करेगा क्योंकि वे 2016 के बाद से अपडेट नहीं किए गए हैं।
एक ब्लॉग पोस्ट के माध्यम से घोषित किया गया, आइए एनक्रिप्ट के जैकब हॉफमैन-एंड्रयूज ने सुझाव दिया कि कंपनी IdenTrust के साथ अपने सौदे को नवीनीकृत नहीं करेगी और अब अपने DST रूट X3 के साथ IdenTrust के साथ अपने क्रॉस-साइनिंग सौदे को समाप्त करने के बाद अपने ISRG रूट X1 रूट प्रमाण पत्र पर शिफ्ट हो जाएगी।
IdenTrust के साथ अपनी साझेदारी का एलान कर दिया है
ऐसे इसलिए हुआ है क्योंकि Let’s Encrypt ने सर्टिफिकेशन अथॉरिटी IdenTrust के साथ अपनी साझेदारी का एलान कर दिया है जो 1 सितंबर 2021 को खत्म होगा। ऐसे में फिलहाल इसे रिन्यू करने के किसी भी प्लान के बारे में खुलासा नहीं किया गया है। बता दें कि Let’s Encrypt दुनिया की लीडिंग सर्टिफिकेट अथॉरिटी में से एक है जो वेब डोमेंस के 30 प्रतिशत सर्टिफिकेशन्स का इस्तेमाल करती है।
Let’s Encrypt ने कहा है कि, कुछ सॉफ्टवेयर साल 2016 से अपडेट नहीं किए गए हैं. ऐसे में जो लोग वेबसाइट्स को एक्सेस करना चाहते हैं और अपने फोन को अपग्रेड नहीं करना चाहते हैं वो फायरफॉक्स का इस्तेमाल कर वेबसाइट्स को एक्सेस कर सकते हैं, ब्लॉग में कहा गया है कि 66.2 प्रतिशत एंड्रॉयड डिवाइस 7.1 या उससे ऊपर के वर्जन पर काम कर रहे हैं, बाकी के जो 33.8 प्रतिशत एंड्रॉयड डिवाइस हैं उन्हें सर्टिफिकेट एरर दिखने शुरू हो जाएंगे, इसलिए आपके पास एक ही ये तरीका बचता है।