दिल्ली में फिर आया भूकंप, पिछले एक महीने के भीतर चौथी बार कांपी राजधानी की धरती
By रामदीप मिश्रा | Published: May 15, 2020 12:15 PM2020-05-15T12:15:58+5:302020-05-15T12:17:12+5:30
अगर भूकंप आता है तो आप आसानी से अपना बचाव कर सकते हैं। इसके लिए मकान, दफ्तर या किसी भी इमारत से तुरंत बाहर निकलें और खुले में जाएं, किसी बिल्डिंग के आसपास खड़े न हों।
नई दिल्लीःदिल्ली में शुक्रवार को भूकंप के मामूली झटके महसूस किए गएये जिनकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 2.2 मापी गई। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केन्द्र (एनसीएस) ने कहा कि दिल्ली के उत्तर पश्चिम में यह भूकंप सुबह 11 बजकर 28 मिनट पर आया है। एक महीने के भीतर ही चौथी बार दिल्ली में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं।
आपको बता दें, दिल्ली में 10 मई को भूकंप आया था, जि,की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.4 मापी गई। यह भूकंप के झटके अपराह्र एक बजकर 45 मिनट पर महसूस किए गए थे। भूकंप का केन्द्र सतह से पांच किलोमीटर की गहराई में स्थित था। भूकंप का केन्द्र उत्तर-पूर्वी दिल्ली में वजीरपुर के समीप था। गत 12 और 13 अप्रैल को महसूस किए गए क्रमश: 3.5 और 2.7 तीव्रता के झटकों के केन्द्र भी इसी स्थान और इसके आसपास के क्षेत्र में दर्ज किए गए थे।पांच भूकंपीय क्षेत्रों में से, दिल्ली चौथे क्षेत्र में आता है।
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी में वर्ष 2004 में 2.8 तीव्रता के जबकि वर्ष 2001 में 3.4 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए थे।
An earthquake with a magnitude of 2.2 on the Richter Scale hit 13km NW of New Delhi today at 11:28 am: National Center for Seismology (NCS)
— ANI (@ANI) May 15, 2020
वहीं, 13 मई को नेपाल में देर रात मध्यम तीव्रता के भूकंप के झटके महूसस किए गए। भूकंप की तीव्रता 5.3 मापी गई थी। राष्ट्रीय भूकंपीय केंद्र ने बताया था कि भूकंप के झटके रात 11 बज कर 53 मिनट पर महसूस किए गए थे। इसका केन्द्र राजधानी काठमांडू के 180 किलोमीटर पूर्व दोलखा जिले में था।
भूकंप आने पर कैसे करें बचाव
आपको बता दें कि अगर भूकंप आता है तो आप आसानी से अपना बचाव कर सकते हैं। इसके लिए मकान, दफ्तर या किसी भी इमारत से तुरंत बाहर निकलें और खुले में जाएं, किसी बिल्डिंग के आसपास खड़े न हों, लिफ्ट का इस्तेमाल न करें, घर के दरवाजे और खिड़की को खुला रखें और घर की सभी बिजली स्विच को ऑफ कर दें। इसके अलावा अगर बिल्डिंग बहुत ऊंची हो और तुरंत उतर पाना मुमकिन न हो तो उसमें मौजूद किसी मेज, ऊंची चौकी या बेड के नीचे छिप जाएं। भूकंप के दौरान लोगों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वो पैनिक न करें और किसी भी तरह की अफवाह न फैलाएं, ऐसे में स्थिति और बुरी हो सकती है।