एएन-32 दुर्घटना : हरियाणा और पंजाब के तीन वायु सेना कर्मियों का गमगीन माहौल में हुआ अंतिम संस्कार
By भाषा | Published: June 21, 2019 11:35 PM2019-06-21T23:35:55+5:302019-06-21T23:35:55+5:30
मोहित पंजाब के पटियाला के समाना के, आशीष तंवर हरियाणा के पलवल के और पंकज सोनीपत के रहने वाले थे। भारतीय वायु सेना ने अरूणाचल प्रदेश में सेआंग जिले के परी पहाड़ियों में एएन 32 विमान के दुर्घटनास्थल से सभी 13 लोगों का शव बरामद करने का काम बृहस्पतिवार को पूरा कर लिया।
अरूणाचल प्रदेश में हाल ही में दुर्घटनाग्रस्त हुये एएन-32 विमान में जान गंवाने वाले 13 वायुसैनिकों में से पंजाब हरियाणा के तीन सैनिकों का शुक्रवार को अंतिम संस्कार कर दिया गया। फ्लाइट लेफ्टिनेंट मोहित गर्ग (27), फ्लाइट लेफ्टिनेंट आशीष तंवर (29) और एयरमैन पंकज सांगवान तीन जून को दुर्घटनाग्रस्त हुये इस विमान में यात्रा कर रहे थे। इस विमान का उड़ान भरने के आधे घंटे बाद ही उसका संपर्क टूट गया था।
मोहित पंजाब के पटियाला के समाना के, आशीष तंवर हरियाणा के पलवल के और पंकज सोनीपत के रहने वाले थे। भारतीय वायु सेना ने अरूणाचल प्रदेश में सेआंग जिले के परी पहाड़ियों में एएन 32 विमान के दुर्घटनास्थल से सभी 13 लोगों का शव बरामद करने का काम बृहस्पतिवार को पूरा कर लिया। दुर्घटनास्थल से बुधवार को छह शव और शेष सात शव बृहस्पतिवार को बरामद कर लिये गये थे। शुक्रवार को जब इन सैनिकों के शव उनके घर पहुंचे तो तीनों के घरों का माहौल बहुत गमगीन हो गया।
इन जवानों का शव तिरंगे में लपेट कर भेजा गया था। पटियाला में पंजाब कैबिनेट के मंत्री विजय इंदर सिंगला के साथ ही वायुसेना और पुलिस तथा नागरिक प्रशासन के कई बड़े अधिकारी शहीद को आखिरी सलाम देने के लिये मौजूद थे। मोहित के छोटे भाई अश्वनि गर्ग ने उनका अंतिम संस्कार ‘मोहित अमर रहे’ और जब तक सूरज चांद रहेगा, मोहित तेरा नाम रहेगा’ के नारे के बीच किया।
मोहित गर्ग (27) की एक साल पहले शादी हुई थी और उसकी पत्नी आस्था असम में एक बैंक में तैनात थीं। पलवल के डीघोट गांव में फ्लाइट लेफ्टिनेंट और आशीष तंवर और सोनीपत के खोला गांव में पंकज सांगवान का अंतिम संस्कार किया गया। केंद्रीय मंत्री और फरीदाबाद सांसद कृष्ण पाल गुर्जर ने पलवल में लेफ्टिनेंट तंवर को श्रद्धासुमन अर्पित किए।
असम के जोरहाट से तीन जून को अरुणाचल प्रदेश के मेन्चुका के लिए विमान के उड़ान भरने के लगभग 30 मिनट बाद दुर्घटना में रूसी निर्मित एएन-32 में सवार सभी 13 कर्मियों की मृत्यु हो गई थी।