अमृतसर से पठानकोट के बीच 11 महीने बाद चली पैसेंजर ट्रेन, सिर्फ 26 यात्रियों ने किया सफर, तीन गुना किराया अधिक

By सतीश कुमार सिंह | Published: February 24, 2021 08:43 PM2021-02-24T20:43:54+5:302021-02-24T20:44:59+5:30

कम दूरी की यात्री ट्रेनों के किराए में बढ़ोतरी पर लोगों द्वारा चिंता जताए जाने के बाद भारतीय रेल ने बुधवार को कहा कि अनावश्यक यात्राओं में कमी लाने के लक्ष्य से किराए में मामूली वृद्धि की गई है।

Amritsar Pathankot Passenger train after 11 months only 26 passengers traveled tripled | अमृतसर से पठानकोट के बीच 11 महीने बाद चली पैसेंजर ट्रेन, सिर्फ 26 यात्रियों ने किया सफर, तीन गुना किराया अधिक

रेल ने 22 मार्च, 2020 को ट्रेनों का परिचालन पूरी तरह बंद कर दिया था। (file photo)

Highlightsकोविड-19 लॉकडाउन में छूट के बाद से रेलवे सिर्फ स्पेशल ट्रेनें चला रही है।शुरुआत में सिर्फ लंबी दूरी की ट्रेनों का संचालन किया जा रहा था।अब कम दूरी की यात्री ट्रेनों का भी परिचालन हो रहा है।

गुरदासपुरः राजधानी, मेल-एक्सप्रेस के बाद अब देश में कुछ स्थानों पर पैसेंजर ट्रेनों की शुरुआत हो गई है।

रेल मंत्री पीयूष गोयल की घोषणा के अनुरूप देश के विभिन्न हिस्सों में लोकल ट्रेनों की शुरुआत हो गई है, लेकिन इन ट्रेनों में यात्रियों को तीन गुना महंगा टिकट खरीदकर सफर करना पड़ रहा है। 11 महीने बाद रेलवे विभाग ने मेल व एक्सप्रेस किराये के साथ पठानकोट-अमृतसर ट्रैक पर पैसेंजर ट्रेनों को चलाना शुरू किया है।

सोमवार को अमृतसर से सुबह 6.45 बजे चली पैसेंजर यात्री ट्रेन करीब साढ़े आठ बजे गुरदासपुर स्टेशन पर पहुंची. हालांकि अमृतसर से पठानकोट तक कुल 26 यात्रियों ने सफर किया। हालांकि उन्होंने तीन गुना महंगा टिकट खरीदा. पठानकोट से अमृतसर तक का पहले जहां 25 रुपए चुकाने पड़ते थे, अब 55 रुपए का टिकट लेना पड़ रहा है।

पठानकोट से दीनानगर के लिए 10 की जगह 30 रुपए देने पड़ रहे हैं। इसी तरह पठानकोट से गुरदासपुर के लिए 10 रुपए के स्थान पर टिकट 30 का हो गया है। बेवजह सफर न करें लोग, इसलिए फैसला रेलवे के सूत्रों का कहना है कि लोकल ट्रेनों में टिकट की दर अधिक रखने का फैसला इसलिए किया गया है ताकि लोग बेवजह सफर न करें।

संक्रमित होने की संभावना बढ़ जाएगी

कोरोना का खतरा मंडरा रहा है। ऐसे में ट्रेनों में अनावश्यक भीड़ बढ़ने से लोगों के संक्रमित होने की संभावना बढ़ जाएगी। बस की तुलना में फिर भी सस्ता है किराया भले ही लोकल ट्रेनों में तीन गुना किराया वसूला जा रहा है, लेकिन यात्रियों का कहना है कि यह फिर भी बसों के किराये से कई गुना कम है. बिस की तुलना रेल का सफर आरामदायक भी होता है। आने वाले दिनों में यात्रियों की संख्या बढ़ेगी।

रेल मंत्रालय के बयान के अनुसार, कोविड-19 महामारी के मद्देनजर विशेष प्रावधान के तहत इन ट्रेनों का किराया इतनी ही दूरी की मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों में अनारक्षित टिकट जितना तय किया गया है। यात्री और लोकल ट्रेन सेवा फिर से शुरू करने के बाद रेलवे को किराए में वृद्धि को लेकर यात्रियों की आलोचना झेलनी पड़ी थी।

अमृतसर से पठानकोट का किराया अब 55 रुपये है जो पहले 25 रुपये था

उदाहरण के लिए अमृतसर से पठानकोट का किराया अब 55 रुपये है जो पहले 25 रुपये था। इसी तरह जालंधर से फिरोजपुर तक डीएमयू का किराया 30 रुपये से बढ़कर 60 रुपये हो गया है। बयान के अनुसार, ‘‘रेलवे सूचित करना चाहता है कि यात्री और कम दूरी की अन्य ट्रेनों के किराए में यह मामूली बढ़ोतरी लोगों को अनावश्यक यात्राएं करने से रोकने के लिए किया गया है।’’

उसमें कहा गया है, ‘‘कोविड-19 अभी भी है और कुछ राज्यों में स्थिति बिगड़ रही है। कई राज्यों से आने वाले यात्रियों की स्क्रीनिंग की जा रही है और उन्हें यात्रा करने के लिए हतोत्साहित किया जा रहा है। किराए में मामूली वृद्धि को ट्रेनों में भीड़ होने से और कोविड-19 को फैलने से रोकने के रेलवे के प्रयास के रूप में देखा जाना चाहिए।’’ 

Web Title: Amritsar Pathankot Passenger train after 11 months only 26 passengers traveled tripled

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