अपराधियों और ड्रग्स में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं हो रही, अमृतपाल के पिता ने पुलिस की कार्रवाई को बताया अनुचित
By अनिल शर्मा | Published: March 19, 2023 08:14 AM2023-03-19T08:14:33+5:302023-03-19T10:34:19+5:30
दुबई में रह चुके अमृतपाल सिंह को पिछले साल ‘वारिस पंजाब दे’ का प्रमुख बनाया गया था, जिसकी स्थापना अभिनेता और कार्यकर्ता दीप सिद्धू ने की थी। दीप सिद्धू की पिछले साल फरवरी में एक सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी। अधिकारियों ने कहा है कि अमृतपाल सिंह का पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई और विदेशों में स्थित आतंकवादी समूहों के साथ घनिष्ठ संबंध है।

अपराधियों और ड्रग्स में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं हो रही, अमृतपाल के पिता ने पुलिस की कार्रवाई को बताया अनुचित
चंडीगढ़ः कट्टरपंथी उपदेशक और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह ने कहा है कि परिवार को उसके वर्तमान ठिकाने के बारे में नहीं पता है। तरसेम ने यह भी दावा किया कि पंजाब पुलिस ने तीन-चार घंटे तक उनके घर की तलाशी ली लेकिन कुछ भी अवैध नहीं मिला। 'वारिस पंजाब दे' प्रमुख अमृतपाल के खिलाफ पंजाब सरकार ने शनिवार बड़ी कार्रवाई की। पुलिस ने संगठन के 78 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। वहीं अमृतपाल फरार हो गया।
समाचार एजेंसी एएनआई से तरसेम सिंह ने कहा- ''हमारे पास उसके (अमृतपाल सिंह) बारे में सही जानकारी नहीं है। पुलिस ने हमारे घर पर तीन-चार घंटे तक तलाशी ली। उन्हें कुछ भी अवैध नहीं मिला... पुलिस को उन्हें सुबह घर से निकलते ही गिरफ्तार कर लेना चाहिए था।''
तरसेम ने पत्रकारों को यह भी बताया कि पुलिस ने परिवार से अमृतपाल को सरेंडर करने के लिए कहने को कहा है। उन्होंने पुलिस कार्रवाई को "अनुचित" बताया और कहा कि उनका बेटा युवाओं को ड्रग्स से दूर कर रहा है। उन्होंने पूछा कि पुलिस अपराधियों और नशीले पदार्थों में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है।
वहीं इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में अमृतपाल के पिता ने कहा कि हमें चिंता है कि उसे कुछ हो सकता है। पुलिस अमृतपाल के पीछे पड़ी है लेकिन ड्रग तस्करों के खिलाफ कुछ नहीं कर रही है। अमृतपाल कुछ महीने पहले ही पंजाब आया था। उसके आने से पहले वे अपराध के बारे में क्या कर रहे थे?
इंडियन एक्सप्रेस तरसेम के हवाले से लिखा है- अमृतपाल ड्रग्स के खिलाफ काम कर रहा है। यही वजह है कि उसे गिरफ्तार करने का राजनीतिक दबाव है। अमृतपाल के खिलाफ यह कार्रवाई अनुचित है। हर घर में ड्रग्स है। लेकिन इस मुद्दे पर किसी का ध्यान नहीं है। अगर कोई ड्रग के खतरे को खत्म करने की कोशिश कर रहा है, तो उसे रोका जा रहा है।" अखबार ने उन्हें यह कहते हुए उद्धृत किया।
अमृतपाल सिंह शनिवार पुलिस को चकमा देकर भाग निकला। अधिकारियों ने कई स्थानों पर सुरक्षा बढ़ा दी और राज्य में इंटरनेट और एसएमएस सेवाओं को रविवार दोपहर तक निलंबित कर दिया।
पुलिस ने कहा कि उसने सिंह की अध्यक्षता वाले 'वारिस पंजाब दे' के तत्वों के खिलाफ राज्य में "बड़े पैमाने पर राज्यव्यापी घेरा और तलाशी अभियान (CASO)" शुरू किया है, जिसके खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज किए गए थे। पुलिस की यह कार्रवाई मुक्तसर जिले से अमृतपाल के 'खालसा वाहिर' - एक धार्मिक जुलूस - की शुरुआत से एक दिन पहले हुई।
दुबई में रह चुके अमृतपाल सिंह को पिछले साल ‘वारिस पंजाब दे’ का प्रमुख बनाया गया था, जिसकी स्थापना अभिनेता और कार्यकर्ता दीप सिद्धू ने की थी। दीप सिद्धू की पिछले साल फरवरी में एक सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी। अधिकारियों ने कहा है कि अमृतपाल सिंह का पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई और विदेशों में स्थित आतंकवादी समूहों के साथ घनिष्ठ संबंध है।
सूत्रों ने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को परोक्ष रूप से धमकी दे चुका अमृतपाल पंजाब में हालात को अस्थिर करने की कोशिश कर रहा है और सिख युवाओं को अपने संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ की ओर आकर्षित कर रहा है। इस बीच, पंजाब पुलिस ने लोगों से शांति और सद्भाव बनाए रखने को कहा। पुलिस ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘सभी नागरिकों से शांति और सद्भाव बनाए रखने का अनुरोध है।