31 मई के बाद लॉकडाउन बढ़ेगा या नहीं? जानें गृह मंत्री अमित शाह की मुख्यमंत्रियों से क्या हुई बात
By गुणातीत ओझा | Published: May 29, 2020 05:43 AM2020-05-29T05:43:13+5:302020-05-29T05:43:13+5:30
कोरोना वायरस को रोकने के लिए जारी देशव्यापी लॉकडाउन को तीन बार बढ़ाया जा चुका है। तीसरी बार बढ़ाए गए लॉकडाउन की अवधि 31 मई को खत्म हो रही है। 31 मई के बाद लॉकडाउन को बढ़ाया जाना है या नहीं, इसे लेकर गृह मंत्री अमित शाह ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात की।
नई दिल्ली।कोरोना वायरस को रोकने के लिए जारी देशव्यापी लॉकडाउन को तीन बार बढ़ाया जा चुका है। तीसरी बार बढ़ाए गए लॉकडाउन की अवधि 31 मई को खत्म हो रही है। 31 मई के बाद लॉकडाउन को बढ़ाया जाना है या नहीं, इसे लेकर गृह मंत्री अमित शाह ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात की। उन्होंने देशव्यापी लॉकडाउन को 31 मई के बाद बढ़ाए जाने को लेकर सभी मुख्यमंत्रियों के विचार जाने। कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए देशव्यापी लॉकडाउन 25 मार्च से जारी है। कोरोना वायरस के फैलते संक्रमण को देखते हुए इसे तीन बार बढ़ाया जा चुका है।
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी के मुताबिक, ‘अमित शाह ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से टेलीफोन पर बात की और उनसे लॉकडाउन को 31 मई के बाद बढ़ाए जाने पर उनके विचार जाने।’ इस बातचीत के दौरान शाह ने राज्यों के रेड जोन व कंटेनमेंट जोन वाले क्षेत्रों का हाल जाना और इन क्षेत्रों को लेकर मुख्यमंत्रियों से उनके विचार जाने। एक जून के बाद किन क्षेत्रों को खोला जा सकता है और कहां ज्यादा पाबंदी लगाने की जरूरत है, इस बारे में भी उनसे राय ली गई।
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि फिलहाल मुख्यमंत्रियों की राय का पता नहीं लग पाया है, लेकिन यह समझा जा रहा है कि उनमें से अधिकतर लॉकडाउन जारी रखने के पक्ष में हैं। साथ ही वे आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने और जनजीवन को सामान्य बनाने के पक्ष में भी हैं। अभी तक लॉकडाउन के हर चरण को बढ़ाने के वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बात कर उनके विचार जान रहे थे। पहली बार अमित शाह ने लॉकडाउन को लेकर मुख्यमंत्रियों से बात की और उनके विचार जाने हैं। बताते चलें कि प्रधानमंत्री के साथ मुख्यमंत्रियों की सभी कॉन्फ्रेंस के दौरान शाह भी मौजूद रहे थे।
इन शहरों को लेकर हो सकता है बड़ा फैसला
लॉकडाउन को आगे बढ़ाया जाएगा या नहीं यह तो तीन दिन बाद ही पता चल पाएगा। लेकिन यह तय है कि देश के 11 शहर को लेकर सरकार गंभीर है और इन शहरों को लेकर बड़ी घोषणा हो सकती है। इसमें दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, पुणे, ठाणे, इंदौर, चेन्नै, अहमदाबाद, जयपुर, सूरत और कोलकाता। इन शहरों में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या सबसे ज्यादा है।
यहां मिल सकती है छूट, इन जगहों पर जारी रह सकती है पाबंदी
-स्कूल खुलना फिलहाल मुश्किल दिख रहा है। 15 जून तक स्कूलों और कॉलेजों को बंद ही रखा जा सकता है। वैसे भी राज्य सरकारें कह चुकी हैं कि स्कूल गर्मी की छुट्टियों के बाद ही खुलेंगे।
-रेलवे और घरेलू फ्लाइट को सरकार पहले ही शुरू कर चुकी है। मेट्रो सर्विस को भी एक जून से दोबारा शुरू किया जा सकता है। हां इंटरनैशनल फ्लाइट्स पर अभी पाबंदी ही रहेगी।
-धार्मिक स्थानों को खोला जाए या नहीं यह फैसला राज्य सरकारों पर छोड़ा जा सकता है। कर्नाटक सरकार पहले ही पीएम मोदी को पत्र लिखकर 1 जून से धार्मिक स्थानों को खोलने की इजाजत मांग रही है।
-सैलून के बाद मोदी सरकार जिम और शॉपिंग मॉल्स को खोलने का फैसला राज्य सरकार पर छोड़ सकती है। हालांकि, कंटेनमेंट जोन में इन्हें खोलने की छूट मुमकिन नहीं। दिल्ली समेत कुछ जगहों को छोड़कर बाकी जगहों पर सैलून खुल रहे हैं।