जम्मू-कश्मीर: बारामूला में अमित शाह ने कहा, हम पाकिस्तान से बातचीत नहीं करेंगे, हम कश्मीर के लोगों से बात करेंगे
By रुस्तम राणा | Published: October 5, 2022 07:27 PM2022-10-05T19:27:38+5:302022-10-05T19:36:02+5:30
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, जिन्होंने 70 साल शासन किया, वे कह रहे हैं कि पाकिस्तान से बात करो। हमें पाकिस्तान से बात क्यों करनी चाहिए? हम बात नहीं करेंगे। हम बारामूला के लोगों से बात करेंगे, हम कश्मीर के लोगों से बात करेंगे।
बारामूला: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को जम्मू-कश्मीर के बारामूला में एक रैली को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने पाकिस्तान के साथ बातचीत करने से इनकार किया और जम्मू-कश्मीर से आतंकवाद का सफाया करने का संकल्प लिया। बारामूला में एक विशाल रैली को संबोधित करते हुए, अमित शाह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद ने 1990 के दशक से अब तक 42,000 लोगों की जान ले ली है।
उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि जिन्होंने 70 साल शासन किया, वे कह रहे हैं कि पाकिस्तान से बात करो। हमें पाकिस्तान से बात क्यों करनी चाहिए? हम बात नहीं करेंगे। हम बारामूला के लोगों से बात करेंगे, हम कश्मीर के लोगों से बात करेंगे। उन्होंने कहा, "हम जम्मू-कश्मीर को देश का सबसे शांतिपूर्ण स्थान बनाना चाहते हैं।"
Chaired a meeting to review the security situation of J&K in Srinagar.
— Amit Shah (@AmitShah) October 5, 2022
People of J&K is witnessing a new era of peace, progress and prosperity under the leadership of PM @narendramodi Ji.
I applaud the relentless & coordinated efforts of our security forces to curb terrorism. pic.twitter.com/RJbc8dw3ow
केंद्रीय मंत्री ने जम्मू-कश्मीर के कथित अविकसित विकास के लिए अब्दुल्ला (नेशनल कॉन्फ्रेंस), मुफ्ती (पीडीपी) और नेहरू-गांधी (कांग्रेस) के परिवारों को जिम्मेदार ठहराया। रैली में शाह ने कहा, जब मेरा जम्मू-कश्मीर के बारामूला का कार्यक्रम बना तब कुछ लोग कह रहे थे कि बारामूला कार्यक्रम में सुनने कौन आएगा। मैं आज उनसे कहना चाहता हूं कि इस कार्यक्रम में कश्मीर की इस खूबसूरत वादी में हजारों लोग विकास की गाथा सुनने के लिए और मोदी जी का साथ देने के लिए यहां उपस्थित हैं।
जब मेरा जम्मू-कश्मीर के बारामूला का कार्यक्रम बना तब कुछ लोग कह रहे थे कि बारामूला कार्यक्रम में सुनने कौन आएगा।
— BJP (@BJP4India) October 5, 2022
मैं आज उनसे कहना चाहता हूं कि इस कार्यक्रम में कश्मीर की इस खूबसूरत वादी में हजारों लोग विकास की गाथा सुनने के लिए और मोदी जी का साथ देने के लिए यहां उपस्थित हैं। pic.twitter.com/SzXRzPZUOA
अमित शाह ने कहा, “महबूबा मुफ्ती और फारूक अब्दुल्ला ने चार मेडिकल कॉलेज बनाए। हमने 2014 से नौ बनाए हैं। हमने 2014 से एक लाख घर बनाए हैं। हमने पिछले तीन वर्षों में यह सुनिश्चित किया है कि कश्मीर के सभी गांवों (पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के गांवों सहित) में बिजली कनेक्शन हो।"
एक दिन पहले, गृह मंत्री अमित शाह ने राजौरी में घोषणा की कि पहाड़ी समुदाय को जल्द ही शिक्षा और नौकरियों में अनुसूचित जनजाति (एसटी) के रूप में आरक्षण मिलेगा। बरौल्लाह में अमित शाह ने कहा कि अनुच्छेद 370 के कारण पहले आरक्षण संभव नहीं था। जम्मू-कश्मीर में चुनाव पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जैसे ही मतदाता सूची तैयार करने का काम पूरा होगा, चुनाव पूरी पारदर्शिता के साथ कराए जाएंगे।