नागपुरः जवाहरलाल दर्डा जन्मशती वर्ष पर अमित शाह ने 'बाबूजी' को किया याद, लोकमत नागपुर स्वर्ण जयंती समारोह में इन बातों का किया जिक्र
By आजाद खान | Published: February 18, 2023 02:42 PM2023-02-18T14:42:53+5:302023-02-18T15:37:14+5:30
इस समारोह में अमित शाह ने कहा है कि "पत्रकारिता धर्म संभालना, पत्रिका को लोकप्रिय बनाना और मुनाफा भी कमाना, ये तीनों काम बहुत ही असंभव जैसे दिखते है। लोकमत समूह ने इसे बहुत ही अच्छे से किया है।"
मुंबई: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज लोकमत मीडिया समूह के एक कार्यक्रम में शामिल हुए है। यह कार्यक्रम लोकमत समूह के संस्थापक-संपादक और स्वतंत्रता सेनानी जवाहरलाल दर्डा की जन्म शताब्दी और शहर से मराठी अखबार के संस्करण की स्वर्ण जयंती मानने के लिए आयोजित किया गया है।
कार्यक्रम के शुरूआत में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का स्वागत हुआ और फिर लोकमत मीडिया के संपादकीय बोर्ड के अध्यक्ष और राज्यसभा के पूर्व सदस्य विजय दर्डा ने छोटा सा संबोधन किया। आपको बता दें कि इस कार्यक्रम में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस भी शामिल हुए है।
कार्यक्रम में अमित शाह द्वारा बोले गई बातें
इस कार्यक्रम में बोलते हुए अमित शाह ने लोकमत के मंच से सभी देशवासियों को महाशिवरात्रि की शुभकामनाएं दी है। प्रोग्राम में अपनी भाषण का शुरुआत करते हुए अमित शाह ने भगवान शिव के बारे में भी बोला है। इसके बाद केंद्रीय गृह मंत्री ने लोकमत समूह के संस्थापक-संपादक और स्वतंत्रता सेनानी जवाहरलाल दर्डा को याद किया और उनके बारे में कुछ बातें वहां मौजूद लोगों के साथ शेयर किया है।
ऐसे में केंद्रीय गृह मंत्री ने मंच से क्या क्या कहा है, उनके द्वारा कही गई 10 जरूरी बातों को जानने की कोशिश करते है। कार्यक्रम ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा..
1. कोभी भी संस्था चाहे वह किसी भी क्षेत्र में काम करती हो, अगर स्वर्ण जयंती मनाती है तो यह तो मानना पड़ेगा कि इस संस्था के संचालकों में सत्व, साहस और सादत्व भी है। क्योंकि सत्व, साहस और सादत्व के बेगैर कोई भी संस्था 50 साल तक इतना बड़ा काम नहीं कर सकती है।
2. पत्रकारिता धर्म संभालना, पत्रिका को लोकप्रिय बनाना और मुनाफा भी कमाना, ये तीनों काम बहुत ही असंभव जैसे दिखते है। लोकमत समूह ने इसे बहुत ही अच्छे से किया है। इसके लिए मैं बहुत-बहुत शुभकामनाएं लोकमत समूह के अध्यक्ष को देना चाहता हूं।
3. मैनें दूर से लोकमत ग्रुप को देखा है। मेरे जीवन के दो साल पुणे में भी रहा हूं, कोल्हापुर में मेरा ससुराल है और सार्वजनिक चीजों में महाराष्ट्र आता जाता रहता हूं। मैं लोकमत को पढ़ता हूं।
4. उन्होंने 'बाबूजी' के लिए जो चीजें कही...जीवन में दो या तीन बार ही स्टैंड लेने को आते है और वह क्षणिक होते है। जिस वक्त व्यक्ति को स्टैंड लेना है कि मुझे मेरे लिए सोचना है कि या सिद्धांतों के लिए सोचना है। वह श्रण व्यक्ति को महान बनाता है। वह क्षण व्यक्ति को अमरत्व देता है।
5. इंदिरा जी को हम सब जानते है...उनके स्वभाव को भी हम जानते है। इंदिरा जी के सामने यह स्टैंड लेना और अपने तंत्र का बचाव करना....बहुत बड़ी बात होती है। ...और ऐसी घटनाएं ही 'बाबूजी' जैसे व्यक्तित्व को आगे बढ़ाती है और अमरत्व देती है।
6. लोकमत अपने सिद्धांतों के आधार पर ही आगे अपनी यात्रा की है और यहां तक पहुंचा है। मैं इसलिए फिर से एक बार विजय दर्डा और उनकी पूरी टीम को भी फिर से बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं।
7. आप यह यात्रा बहुत लंबे समय के लिए चालु रखिए और महाराष्ट्र और देश के पाठकों के लिए सच्ची बात पहुंचाते रहिए...ये मेरी शुभकामना है।
8. जो संस्थापक होते है उनको संस्था को चलाने के लिए सिद्धांत बनाने होते है जिसको आप अभी की भाषा में कहे तो चार्टर लिखा जाता है। लेकिन मैं नहीं मानता हूं कि 'बाबूजी' ने कोई लिखित चार्टर छोड़ा होगा।
9. अखबार चलाने के लिए जितने भी अंग-उपांग थे.....वे सभी क्षेत्रों में काम करने वाले सहकर्मियों को, इनके साथियों को चुन-चुन कर सम्मान कर कर बहुत अच्छी परंपरा स्थापित की है।
10. मित्रों...लोकमत भारत में हर रोज सवा दो करोड़ पाठकों के हाथ में जाता है। यह देश का छठा सबसे बड़ा अखबार है। महाराष्ट्र और गोवा में एक नंबर का अखबार है। लोकमत टीवी चैनल के महाराष्ट्र, गोवा और दिल्ली के छह करोड़ से भी ज्यादा दर्शक देखते है। और अब डिजिटल मीडिया में भी इसने पदार्पण किया है...यह बहुत बड़ी बात है।