रामविलास पासवान के घर पहुंचे राजनाथ सिंह और अमित शाह, छोटे भाई रामचंद्र पासवान को दी श्रद्धाजंलि
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 21, 2019 05:05 PM2019-07-21T17:05:56+5:302019-07-21T17:56:42+5:30
रविवार (21 जुलाई) को रामचंद्र पासवान का राम मनोहर लोहिया अस्पताल में निधन हो गया। 11 जुलाई की रात रामचंद्र पासवान ने सीने में दर्द की शिकायत की थी।
गृह मंत्री अमित शाह केंद्रीय मंत्री रामविलास के छोटे भाई रामचंद्र पासवान के निधन पर उनके घर पहुंचे। शाह ने यहां रामविलास पासवान से मुलाकात की और उनके छोटे भाई रामचंद्र पासवान को श्रद्धाजंलि दी। बता दें कि रविवार (21 जुलाई) को रामचंद्र पासवान का राम मनोहर लोहिया अस्पताल में निधन हो गया।
11 जुलाई की रात रामचंद्र पासवान ने सीने में दर्द की शिकायत की थी। धीरे-धीरे उनकी तबीयत बिगड़ती गई और देर रात उन्हें दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाया गया। वहीं उन्हें दिल का दौरा पड़ा।
Delhi: Union Home Minister & BJP leader Amit Shah pays tribute to Lok Janshakti Party (LJP) Member of Parliament, Ram Chandra Paswan who passed away today. Ram Chandra Paswan is brother of Union Minister Ram Vilas Paswan. pic.twitter.com/PYwrBdDolx
— ANI (@ANI) July 21, 2019
रामचंद्र पासवान बिहार के समस्तीपुर निर्वाचन क्षेत्र से सांसद हैं। वह तीसरी दफा सांसद चुने गए। वह एलजेपी अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान के भाई हैं।
राजनाथ सिंह ने दी श्रद्धाजंलि
अमित शाह के बाद केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह रामविलास के छोटे भाई रामचंद्र पासवान के निधन पर उनके घर पहुंचे। शाह ने यहां रामविलास पासवान से मुलाकात की और उनके छोटे भाई रामचंद्र पासवान को श्रद्धाजंलि दी।
Delhi: Union Defence Minister & BJP leader Rajnath Singh pays tribute to Lok Janshakti Party (LJP) Member of Parliament, Ram Chandra Paswan who passed away today. Ram Chandra Paswan is brother of Union Minister Ram Vilas Paswan. pic.twitter.com/CvZ8dJBJa9
— ANI (@ANI) July 21, 2019
रामचंद्र पासवान के बारे में
चार बार लोकसभा सांसद रहे रामचंद्र पासवान लोक जनशक्ति पार्टी के नेता और सांसद होने के साथ दलित सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी थे। उनका जन्म 1 जनवरी 1962 को खगडिया जिले के शहरबन्नी गांव में एक दलित परिवार में हुआ था। पत्नी सुनैना देवी से तीन संतान हैं जिसमें दो बेटे और एक बेटी है।
रामचंद्र पासवान ने खगडिया को-ऑपरेटिव बैंक के अध्यक्ष के चुनाव में 1998 में जीत हासिल करने के बाद अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत की थी। परिसीमन से पूर्व समस्तीपुर जिला के रोसडा (सुरक्षित क्षेत्र) से साल 1999 में सांसद चुने गए। फिर साल 2004 में दोबारा जनता का विश्वास जीतने में कामयाब रहे। साल 2009 में हुए लोकसभा चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा, जिसके बाद पुनः 2014 के लोकसभा चुनाव में समस्तीपुर लोकसभा सीट से जीत हासिल की। 2019 के संसदीय चुनाव में समस्तीपुर (सुरक्षित) लोकसभा सीट से पुनः निर्वाचित हुए।