अमित शाह ने कांग्रेस के विरोध-प्रदर्शन को 'तुष्टिकरण' की राजनीति बताया, कहा- 'शुक्रवार को काला कपड़ा पहनकर ये राम मंदिर निर्माण का विरोध कर रहे हैं'
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: August 5, 2022 09:21 PM2022-08-05T21:21:11+5:302022-08-05T21:37:37+5:30
गृहमंत्री शाह ने कांग्रेस के विरोध को तुष्टिकरण का नाम देते हुए कहा कि कांग्रेस यह प्रदर्शन इसलिए कर रही है ताकि वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा साल 2020 में इसी दिन को राम मंदिर की नींव रखे जाने का विरोध कर सके।

अमित शाह ने कांग्रेस के विरोध-प्रदर्शन को 'तुष्टिकरण' की राजनीति बताया, कहा- 'शुक्रवार को काला कपड़ा पहनकर ये राम मंदिर निर्माण का विरोध कर रहे हैं'
दिल्ली: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने देश में बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी और आम आदमी से जुड़े मुद्दों पर विपक्षी दल कांग्रेस द्वारा किये गये देशव्यापी प्रदर्शन पर प्रतिक्रिया देते हुए उसे कांग्रेस की पुरानी तुष्टिकरण की नीति की संज्ञा दी। गृहमंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कहा कि कांग्रेस का प्रदर्शन मूल्य वृद्धि और बेरोजगारी के खिलाफ नहीं है बल्कि ये कांग्रेस नेताओं के पुराने तुष्टिकरण की झलक है।
गृहमंत्री शाह ने कहा कांग्रेस के विरोध को अयोध्या मुद्दे से जोड़ते हुए कहा, "कांग्रेस यह प्रदर्शन इसलिए कर रही है ताकि वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा साल 2020 में इसी दिन को राम मंदिर की नींव रखे जाने का विरोध कर सके।"
अमित शाह ने पत्रकारों से कहा, "हर किसी ने कांग्रेस के नेताओं के काले कपड़ों में विरोध करते हुए देखा, आखिर उन्होंने प्रदर्शन के लिए विशेष रूप से शुक्रवार को ही क्यों चुना? इसका सीधा सा जवाब है कि काले कपड़े कांग्रेस वालों ने इसलिए पहना क्योंकि वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पिछले 550 सालों से अधिक समय से चल रहे राम मंदिर विवाद को सफलतापूर्व सुलझा लिया, जिससे करोड़ों हिंदुओं की आस्था जुड़ी हुई थी।"
इसके साथ ही केंद्रीय अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस जिनता तुष्टिकरण की नीति को बढ़ावा देगी, राम मंदिर का निर्माण उतनी जोरों से होगा। इसके साथ ही अमित शाह ने दावे के साथ कहा कि देश की सबसे प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस ईडी की कार्रवाई और मूल्य वृद्धि के बहाने अयोध्या में हो रहे मंदिर निर्माण का विरोध कर रही है।
केंद्रीय मंत्री शाह ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि चूंकि कांग्रेस खुले तौर पर राम मंदिर निर्माण का विरोध नहीं कर सकती, इसलिए उसने इसके ईडी की कार्रवाई और मूल्य वृद्धि की आड़ ली है। गृहमंत्री ने पत्रकारों से कहा कि देश की आजादी को 75 साल हो रहे हैं और इन 75 सालों में कांग्रेस ही ज्यादातर समय सत्ता में रही लेकिन लंबे शासन के बावजूद एक खास वर्ग की तुष्टिकरण के लिए कांग्रेस ने कभी अयोध्या विवाद को सुलझाने की कोशिश नहीं किया, जबकि पीएम मोदी ने अपने शासनकाल में इसका शांतिपूर्ण हल निकाला और आज अयोध्या में भव्य राम मंदिर बन रहा है।
मालूम हो कि कांग्रेस पार्टी ने आज राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के नेतृत्व में मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ काले कपड़े पहनकर दिल्ली सहिक पूरे देश में प्रदर्शन किया। कांग्रेस नेताओं ने मोदी सरकार पर कीमतों में वृद्धि को रोकने और बेरोजगारी को नौकरी देने में विफल होने का आरोप लगाया और इसके विरोध में सैकड़ों कांग्रेसी नेता सड़कों पर उतरे।
देश की राजधानी दिल्ली में कांग्रेस के विरोध-प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे राहुल गांधी और प्रियंका गांधी सहित लगभग 200 वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं को दिल्ली पुलिस ने धारा 144 के उलंघन के मामले में लगभग छह घंटों तक हिरासत में रखा। जब वो विजय चौक से राष्ट्रपति भवन की ओर जा रहे थे।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक आज के विरोध-प्रदर्शन में दिल्ली पुलिस ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ करीब 50 सांसदों को भी हिरासत में लिया। इसमें अधीर रंजन चौधरी, शशि थरूर और मल्लिकार्जुन खगड़े जैसे नेता भी शामिल थे।