भाजपा के 'बटेंगे तो कटेंगे' नारे के बीच ममता ने कहा, - धर्म, जाति के आधार पर लोगों के विभाजन को रोकने के लिए जान देने को तैयार हूं
By रुस्तम राणा | Published: November 7, 2024 09:04 PM2024-11-07T21:04:23+5:302024-11-07T21:04:23+5:30
ममता ने छठ पूजा के अवसर पर कोलकाता में कहा, ‘‘ऐसे लोग हैं जो लोगों के बीच विभाजन पैदा करना चाहते हैं। लेकिन मैं वह नहीं चाहती। मैं अपनी जान तक देने को तैयार हूं लेकिन कोई विभाजन नहीं होने दूंगी।
कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह धर्म और जाति के आधार पर लोगों के विभाजन को रोकने के लिए अपनी जान तक कुर्बान करने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि भारत में लोग चाहे किसी भी धर्म, जाति और पंथ के हों, एकसाथ रहते हैं तथा कोई भी व्यक्ति दूसरों से श्रेष्ठ नहीं है।
ममता ने छठ पूजा के अवसर पर कोलकाता में कहा, ‘‘ऐसे लोग हैं जो लोगों के बीच विभाजन पैदा करना चाहते हैं। लेकिन मैं वह नहीं चाहती। मैं अपनी जान तक देने को तैयार हूं लेकिन कोई विभाजन नहीं होने दूंगी। हर धर्म की अपनी विशेषताएं हैं। मैंने किसी धर्म के खिलाफ कभी नहीं बोला।’’ तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि छठ पूजा पश्चिम बंगाल में बिहार से कहीं अधिक की जाती है जहां यह एक लोकप्रिय पर्व है।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘यह भारत है जहां सभी धर्मों, जातियों और पंथ के लोग साथ रहते हैं। कोई भी श्रेष्ठ या निम्न नहीं है -- भले ही वह ब्राह्मण, एससी (अनुसूचित जाति), एसटी (अनुसूचित जनजाति) या किसी अन्य धार्मिक समूह का क्यों न हो। हम इस एकता को खत्म नहीं होने देंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘बंगाल में, यह परंपरा आजादी के समय से है। देश के स्वाधीनता संघर्ष में सर्वाधिक योगदान देने के मामले में पंजाब के बाद बंगाल का ही स्थान है।’’ पश्चिम बंगाल सरकार ने छठ पूजा के अवसर पर सभी कार्यालयों में दो दिन के अवकाश की घोषणा की है।
इनपुट भाषा एजेंसी