अमेरिकी रक्षा विभाग ने पाकिस्तान के F-16 विमान को लेकर 'फॉरेन पालिसी' मैगज़ीन की रिपोर्ट के बारे में कहा- हमें इसकी कोई जानकारी नहीं
By विकास कुमार | Published: April 6, 2019 03:14 PM2019-04-06T15:14:06+5:302019-04-06T15:14:06+5:30
रक्षा विशेषज्ञों के मुताबिक, अमेरिकी मैगज़ीन द्वारा यह रिपोर्ट इसलिए भी जारी किया गया है कि क्योंकि अमेरिका इस बात को स्वीकार ही नहीं कर पा रहा है कि मिग-21 जैसे पुराने विमान से F-16 विमान को गिराया जा सकता है. ऐसे में उनके हथियार उद्योग पर प्रतिकूल असर पड़ेगा.
अमेरिका की जानी-मानी पत्रिका फॉरेन पालिसी ने बीते दिन एक रिपोर्ट में दावा किया था कि अमेरिकी अधिकारियों ने पाकिस्तान के F-16 विमानों की गिनती की है और सभी विमान पाकिस्तान के पास हैं. पाकिस्तान ने इस रिपोर्ट के बाद भारत पर निशाना साधा था कि वो F-16 को लेकर लगातार झूठ बोल रहे थे.
हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी रक्षा विभाग ने फॉरेन पालिसी पत्रिका की रिपोर्ट को लेकर कहा है कि इसकी कोई भी जानकारी उन्हें नहीं है. रिपोर्ट से खुद को दूर करते हुए रक्षा विभाग ने रिपोर्ट को सही और खारिज करने से मना कर दिया. उनके मुताबिक, ऐसी किसी भी रिपोर्ट को पब्लिकली जारी नहीं किया जाता है. ये दो सरकारों के बीच की बात होती है.
भारतीय वायु सेना ने अमेरिक मैगज़ीन की इस रिपोर्ट को पूरी तरह से खारिज कर दिया था.
भारतीय वायु सेना ने कहा है कि 27 फरवरी को दो विमान नीचे गिरते हुए देखे गए थे. एक विमान मिग-21 बाईसन था जिसे विंग कमांडर अभिनंदन संचालित कर रहे थे और दूसरा विमान जो कि 10 किमी के दूरी पर गिरा वो पाकिस्तानी एयरफोर्स का विमान था. वायु सेना के मुताबिक, इलेक्ट्रॉनिक सिग्नेचर में यह साफ़ पता चल रहा था कि विमान F-16 ही था.
एयरफोर्स द्वारा अमराम मिसाइल के टुकड़े भी मीडिया के सामने जारी किए गए थे. यह मिसाइल पाकिस्तान के F-16 और जेएफ-17 विमान से ही लांच किया जा सकता है.
पाकिस्तान शुरुआत से यह दावा करता रहा है कि उसका कोई विमान नहीं गिरा है. लेकिन खुद आसमानी लड़ाई के दिन पाक ने कहा था कि उसने दो भारतीय विमान गिराए थे और उसने दो भारतीय पायलटों को कब्ज़े में लिया है. लेकिन कुछ देर बाद ही पाकिस्तानी सेना इस बात से मुकर गई थी. मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक दूसरा गिरने वाला विमान F-16 ही था.
रक्षा विशेषज्ञों के मुताबिक, अमेरिकी मैगज़ीन द्वारा यह रिपोर्ट इसलिए भी जारी किया गया है कि क्योंकि अमेरिका इस बात को स्वीकार ही नहीं कर पा रहा है कि मिग-21 जैसे पुराने विमान से F-16 विमान को गिराया जा सकता है. ऐसे में उनके हथियार उद्योग पर प्रतिकूल असर पड़ेगा.