वंदे भारत मिशन को झटका, एयर इंडिया की स्पेशल उड़ानों पर अमेरिका की रोक, भारत पर लगाए गंभीर आरोप
By विनीत कुमार | Published: June 23, 2020 02:04 PM2020-06-23T14:04:12+5:302020-06-23T14:04:12+5:30
भारत पर अमेरिका ने एविएशन से जुड़े समझौतों के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए सभी स्पेशल फ्लाइट्स पर रोक लगा दी है। अमेरिका ने आरोप लगाया है कि भारत की ओर से अनुचित नीति अपनाई जा रही है।
कोरोना संकट के बीच विदेश में फंसे भारतीयों को वंदे-भारत मिशन के जरिए देश लौटाने की भारत की कोशिशों को झटका लगा है। अमेरिकी सरकार ने दरअसल सोमवार को भारत पर गंभीर आरोप लगाते हुए भारतीय उड़ानों पर रोक लगा दिया। अमेरिका ने आरोप लगाया है कि भारत एविएशन से जुड़े समझौतों का उल्लंघन कर रहा है।
अमेरिका का आरोप है कि भारत की ओर से 'अनुचित और भेदभावपूर्ण' नीति अपनाई जा रही है। कोरोना संकट के बीच भारत ने इंटरनेशनल फ्लाइट्स शुरू नहीं की हैं। भारत में भी अतरराष्ट्रीय उड़ानों के आने पर पाबंदी है। हालांकि, वंदे भारत मिशन के तहत विदेशों में फंसे भारतीयों को लाने के लिए एयर इंडिया की फ्लाइट्स जारी हैं।
अमेरिका का अपने एयरलाइंस के नुकसान का आरोप
अमेरिका के ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट ने आरोप लगाया है कि भारत कोरोना संकट में फंसे अपने लोगों को लाने के लिए एयर इंडिया के प्लेन भेज रहा है लेकिन साथ ही एयर इंडिया टिकट भी बेच रही है। वहीं, दूसरी ओर अमेरिकी एयरलाइंस के लिए भारत में रोक लगी हुई है और इससे अमेरिकी एयरलाइंस को कॉम्पिटीशन में नुकसान हो रहा है।
अमेरिका के ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट का आरोप है कि एयर इंडिया कोरोना वायरस से पहले की तुलना में 50% ज्यादा फ्लाइट्स के शेड्यूल का विज्ञापन कर रहा है। डिपार्टमेंट की ओर से कहा गया कि ऐसा लग रहा है कि एयरलाइन अपने देश के लोगों की वापसी के नाम पर धोखा कर रही है। विभाग के अनुसार ये आदेश 30 दिनों में प्रभाव में आ जाएगा।
'हमसे रोक हटने के बाद करेंगे फिर से विचार'
विभाग की ओर से कहा गया कि भारतीय एयरलाइनों को चार्टर उड़ानों के संचालन से पहले प्राधिकरण के लिए डीओटी के पास आवेदन करना चाहिए ताकि यह उन्हें और अधिक बारीकी से जांच सके। भारत की ओर से अमेरिकी वाहनों पर प्रतिबंध हटाये जाने के बाद अमेरिका भी भारत से प्रतिबंध हटाने पर फिर से विचार करेगा।
गौरतलब है कि कुछ हफ्ते पहले अमेरिका ने चीन की एयरलाइंस पर भी रोक लगाई थी। बाद में 15 जून को दोनों देशों के बीच समझौता हुआ कि दोनों तरफ से हफ्ते में 4-4 फ्लाइट्स की इजाजत होगी।