अमरनाथ यात्रा समय पर संपन्न होने पर संदेह, तीसरी बार टल गई पंजीकरण की शुरुआत
By सुरेश एस डुग्गर | Published: May 6, 2020 03:49 PM2020-05-06T15:49:41+5:302020-05-06T15:58:54+5:30
कोरोना वायरस के चलते देशव्यापी लाकडाउन है जो 17 मई तक चलेगा। चूंकि एडवांस पंजीकरण बैंकों में होता है इसलिए इसे स्थगित किया गया है। लंगरों के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया 25 फरवरी को ही समाप्त हो गई थी। देश भर से 115 लंगर संगठनों ने श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड के पास आवेदन किया है। यह लंगर यात्रा के आधार शिविरों बालटाल, पहलगाम और यात्रा मार्गों पर लगते हैं।
जम्मू: कोरोना वायरस के संक्रमण से उपजे हालात के मद्देनजर और लाकडाउन-3 को देखते हुए अमरनाथ् यात्रा के लिए एडवांस पंजीकरण को 17 मई तक स्थगित कर दिया गया है। ऐसा तीसरी बार हुआ है, जबकि इसे स्थगित किया गया हो। इसके पहले चार मई तक के लिए पंजीकरण स्थगित किए गए थे।
इस कवायद के बाद इस बार अमरनाथ यात्रा के संपन्न होने पर संदेह पैदा हो गया है। इससे पहले 15 अप्रैल, 4 मई तक यात्री पंजीकरण को स्थगित किया गया था। मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए अमरनाथ यात्रा पर संशय भी बरकरार है। बोर्ड की ओर से 23 जून को यात्रा को शुरू किया जाना प्रस्तावित है।
बोर्ड अधिकारियों ने बताया कि बोर्ड के चेयरमैन व उपराज्यपाल की मंजूरी के बाद यात्री पंजीकरण की तिथि को स्थगित किया गया है। मौजूदा लाकडाउन और कोरोना महामारी के चलते बैंक शाखाओं में यात्री पंजीकरण प्रक्रिया को शुरू करना संभव नहीं है। कोरोना संकट के चलते यात्रा की तैयारियों पर असर पड़ा है। अभी तक पारंपरिक बालटाल और पहलगाम ट्रैक पर तैयारियां शुरू नहीं हो पाई हैं।
गत दिनों बोर्ड की बैठक में पहले यात्रा को रद्द करने का फैसला लिया गया था, लेकिन एक घंटे के भीतर ही बोर्ड ने अपने फैसले को वापस लेते हुए भविष्य की परिस्थितियों की समीक्षा के बाद यात्रा पर फैसला लेने का निर्णय लिया था।
हालांकि, बोर्ड की वेबसाइट पर एडवांस पंजीकरण को स्थगित करने को लेकर कोई अधिकारिक जानकारी नहीं दी गई थी। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक 23 जून को अमरनाथ यात्रा शुरू होनी है। फिलहाल इसके लिए तैयारियां कहीं नहीं दिख रही हैं। कोरोना वायरस के कारण तैयारियों को बीच में ही रोकना पड़ा। इसमें प्रथम चरण में यात्रा पंजीकरण की प्रक्रिया को मुकम्मल बनाया जाता है, लेकिन अब तक यह प्रक्रिया शुरू ही नहीं हो पाई है।
यात्रा से पहले पारंपरिक बालटाल और पहलगाम ट्रैक से बर्फ हटाने का काम किया जाता है, लेकिन मौजूदा हालात को देखते हुए इसमें दिक्कतें आ रही हैं। इस समय प्रशासन और सरकार का सारा ध्यान कोरोना वायरस से बचाव पर लगा हुआ है। बोर्ड के अधिकारियों के अनुसार अगर लाकडाउन खींचता है तो यात्रा पंजीकरण प्रक्रिया को शुरू नहीं किया जा सकता है। यह पंजीकरण बैंक शाखाओं के माध्यम से किया जाना है। इस समय बैंकों में भी सीमित काम हो रहा है।
इस समय कोरोना वायरस के चलते देशव्यापी लाकडाउन है जो 17 मई तक चलेगा। चूंकि एडवांस पंजीकरण बैंकों में होता है इसलिए इसे स्थगित किया गया है। लंगरों के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया 25 फरवरी को ही समाप्त हो गई थी। देश भर से 115 लंगर संगठनों ने श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड के पास आवेदन किया है। यह लंगर यात्रा के आधार शिविरों बालटाल, पहलगाम और यात्रा मार्गों पर लगते हैं।
दूसरी ओर अमरनाथ यात्रा के नजदीक आते देख कोरोना प्रकोप से पहले ही आर्थिक तंगी का सामना कर रहे व्यापार जगत की चिंताएं बढ़ने गई हैं। व्यापारियों का कहना है कि अमरनाथ यात्रा आरंभ होने से पहले-पहले देश भर में कोरोना का प्रकोप समाप्त नहीं हुआ तो इसका असर यात्रा पर भी दिखने को मिलेगा। व्यापारी इस उम्मीद में थे कि यात्रा शुरू होने पर जम्मू कश्मीर में आर्थिक मंदी दूर होगी और यहां ठप पड़ी व्यापारिक गतिविधियों को रफ्तार मिलेगी। परंतु अब जम्मू कश्मीर सहित देश भर में कोरोना के बढ़ते मामलों ने उनकी चिंता बढ़ाना शुरू कर दी है। व्यापारी भगवान से यही प्रार्थना कर रहे हैं कि यात्रा आरंभ होने से पहले-पहले कोरोना का प्रभाव कम हो ताकि लोग इस विघट परिस्थित से बाहर निकल सकें।