क्या 11 के बजाय 5 अगस्त को ही खत्म हो जाएगा अमरनाथ यात्रा? जानें उप राज्यपाल मनोज सिन्हा का क्या है कहना
By सुरेश एस डुग्गर | Published: August 3, 2022 04:33 PM2022-08-03T16:33:42+5:302022-08-03T16:38:01+5:30
आपको बता दें कि इस साल खराब मौसन के कारण भी करीब 2.85 लाख श्रद्धालुओं ने पवित्र गुफा का दर्शन किया है।
जम्मू: अमरनाथ यात्रा के समापन को लेकर एक अपडेट सामने आई है। पहले से यह तय था कि सात अगस्त को दशनामी अखाड़ा से अमरनाथ यात्रा की प्रतीक पवित्र छड़ी अमरनाथ गुफा के लिए रवाना होगी। इसके बाद 11 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा के दिन इसे गुफा में स्थापित किया जाएगा और इसकी स्थापना के साथ ही अमरनाथ यात्रा की समाप्ति की घोषणा की जाएगी।
लेकिन उप राज्यपाल मनोज सिन्हा की सलाह के बाद यह चर्चा आम है कि यात्रा को इस बार खराब मौसम के कारण पांच अगस्त को ही खत्म कर दिया जाएगा।
क्या कहा उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने
दरअसल सिन्हा ने कल छड़ी पूजन के अवसर पर मौसम विभाग का हवाला देते हुए खराब मौसम के कारण यात्रा को जल्द खत्म करने की बात कही है। इस पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि इस यात्रा में शामिल होने के इच्छुक लोग आप अपनी यात्रा को पांच अगस्त तक पूरा कर लें।
आने वाले दिनों में हो सकते है मौसम ज्यादा खराब- मौसम विभाग
मौसम विभाग की माने तो पांच अगस्त के बाद पूरे प्रदेश में मौसम के जबरदस्त खराब रहने की बात सामने आई है। यही नहीं अमरनाथ यात्रा मार्ग और गुफा के बाहर बादल फटने की घटनाएं भी हो सकती हैं।
पिछले कई दिनों से खराब मौसम के कारण यात्रा भी काफी प्रभावित हुआ है। ऐसे में विभाग ने इस संबंध में उचित प्रबंध करने की सलाह देते हुए यात्रा को स्थगित करने की भी सलाह दी है।
लंगर वाले भी वापस आना कर दिए है शुरू
जानकारी के मुताबिक, श्रद्धालुओं की संख्या में कमी और खराब मौसम के कारण लंगर वालों ने अपना सामान समेटना शुरू कर दिया है। ऐसे में कुछ लंगर वाले लौट भी रहे हैं।
उधर, बालटाल और पहलगाम से यात्रा मार्ग पर कई शिविरों में लंगर भी वापस जाना शुरू कर दिए है। चूंकि श्रद्धालुओं की संख्या कम हो रही है इसलिए लंगर कम होना शुरू हो गए हैं। ऐसे में अंत तक कुछ ही लंगर बचे रहेंगे।
रक्षाबंधन के दिन खत्म होने वाली है अमरनाथ की यात्रा
गौरतलब है कि अमरनाथ की यात्रा 30 जून से शुरू हुई थी जो 11 अगस्त को रक्षाबंधन के दिन संपन्न होगी। ऐसे में अमरनाथ की यात्रा के दौरान आठ जुलाई को प्राकृतिक आपदा में 15 श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी। पवित्र गुफा के नजदीक बादल फटने की घटना हुई थी।
ऐसे में अब तक 2.85 लाख के करीब श्रद्धालुओं ने पवित्र गुफा के दर्शन कर लिए हैं। यात्री निवास भगवती नगर जम्मू में आए बिना भी सवा लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने सीधे ही पहलगाम व बालटाल पहुंच कर यात्रा की है।