अमरनाथ यात्रा के लिए तीन लाख से अधिक हुआ यात्रियों का पंजीकरण, चिकित्सा जांच के लिए होगा विशेष प्रबंध

By सुरेश एस डुग्गर | Published: June 24, 2022 04:03 PM2022-06-24T16:03:20+5:302022-06-24T16:05:40+5:30

बीते अप्रैल से शुरू हुई अग्रिम पंजीकरण प्रक्रिया में देशभर की बैंक शाखाओं में ढ़ाई लाख यात्रियों ने पंजीकरण करवा लिया है, जबकि 40000 से अधिक यात्रियों ने हेलीकाप्टर के लिए पंजीकरण करवाया है।

Amarnath Yatra 2022 Registration of more than three lakh passengers for Amarnath Yatra | अमरनाथ यात्रा के लिए तीन लाख से अधिक हुआ यात्रियों का पंजीकरण, चिकित्सा जांच के लिए होगा विशेष प्रबंध

अमरनाथ यात्रा के लिए तीन लाख से अधिक हुआ यात्रियों का पंजीकरण, चिकित्सा जांच के लिए होगा विशेष प्रबंध

Highlightsयात्रा के लिए बैंक शाखाओं में ढ़ाई लाख यात्रियों ने पंजीकरण करवाया हैजबकि 40000 से अधिक यात्रियों ने हेलीकाप्टर सेवा के लिए कराया रजिस्ट्रेशनइस साल 30 जून से होगी अमरनाथ यात्रा की शुरुआत

जम्मू: 30 जून से शुरू हो रही अमरनाथ यात्रा 2022 के लिए अग्रिम यात्री पंजीकरण और हेलीकाप्टर टिकटों को मिलाकर आंकड़ा तीन लाख के पार हो गया है। इसमें बैंक शाखाओं में पंजीकरण के साथ हेलीकाप्टर टिकट पाने के लिए शिव भक्तों की भीड़ पहुंच रही है। गत अप्रैल से शुरू हुई अग्रिम पंजीकरण प्रक्रिया में देशभर की बैंक शाखाओं में ढ़ाई लाख यात्रियों ने पंजीकरण करवा लिया है, जबकि 40000 से अधिक यात्रियों ने हेलीकाप्टर के लिए पंजीकरण करवाया है। हेलीकाप्टर की टिकट पाने वाले यात्रियों को अग्रिम पंजीकरण की जरूरत नहीं होगी और उनकी टिकट ही पंजीकरण मानी जाएगी। लेकिन उन्हें कंपलसरी हेल्थ सर्टिफिकेट लाना जरूरी है।

इस बीच इस बार यात्रा मार्ग पर श्रद्धालुओं की सेहत की जांच के लिए विशेष प्रबंध किए जा रहे हैं। लखनपुर से लेकर बाबा बर्फानी की पवित्र गुफा के बाहर तक विशेषज्ञ डाक्टरों को तैनात किया जा चुका। इसके लिए प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। जम्मू संभाग में कठुआ से बनिहाल तक 136 स्वास्थ्य केंद्र बनाए गए हैं। इनमें एक-एक डाक्टर के अलावा पैरामेडिकल स्टाफ की भी नियुक्ति की जा चुकी है।

इसी तरह कश्मीर संभाग में 166 स्वास्थ्य केंद्र स्थापित किए गए हैं। सभी केंद्रों पर दवाइयां व उपकरण भी भेजे गए हैं। स्वास्थ्य विभाग का प्रयास है कि इनमें विशेषज्ञ डाक्टरों की सेवाएं ली जाएं। विशेषकर बालटाल से गुफा और पहलगाम से गुफा तक। यात्रा मार्ग जटिल होने के कारण यहां पर श्रद्धालुओं को सांस लेने में दिक्कत होती है। कई बार हृदयाघात के कारण उनकी मौत भी हो जाती है। हालांकि, यात्रा से पहले सभी श्रद्धालुओं के लिए स्वास्थ्य प्रमाणपत्र अनिवार्य किया गया है। 

इसके बावजूद यात्रा मार्ग पर कई बार श्रद्धालुओं की सेहत बिगड़ जाती है। इसे देखते हुए फिजीशियन, आर्थोपैडिशियन और सर्जरी के डाक्टरों की नियुक्ति को प्राथमिकता दी गई है। स्वास्थ्य विभाग के अलावा मेडिकल कालेज जम्मू और श्रीनगर से भी विशेषज्ञ डाक्टरों की सेवाएं ली जा रही है।

Web Title: Amarnath Yatra 2022 Registration of more than three lakh passengers for Amarnath Yatra

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