सुशासन की भावना के साथ काम करें सभी कार्मिक: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत
By धीरेंद्र जैन | Published: December 5, 2019 05:39 AM2019-12-05T05:39:23+5:302019-12-05T05:39:23+5:30
मुख्यमंत्री शासन सचिवालय में राजस्थान सचिवालय कर्मचारी संघ की नवगठित कार्यकारिणी के शपथ ग्रहण समारोह को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि संवेदनशील, पारदर्शी और जवाबदेह शासन का संकल्प प्रदेश के कर्मचारियों और अधिकारियों के सहयोग से ही साकार हो सकता है। सरकार का इकबाल कार्मिकों की कार्यशैली पर निर्भर करता है। ऐसे में सभी कर्मचारियों का दायित्व है कि वे सुशासन की भावना के साथ राज-काज सम्पादित करें।
मुख्यमंत्री शासन सचिवालय में राजस्थान सचिवालय कर्मचारी संघ की नवगठित कार्यकारिणी के शपथ ग्रहण समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की सुविधाओं का ध्यान रखना सरकार की जिम्मेदारी है। सरकार इसमें कोई कमी नहीं रखेगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार रिक्त पदों को भरने के लिए प्रयासरत है, लेकिन कई बार भर्तियां किन्हीं कारणों से न्यायालयों में अटक जाती हैं। हम ऐसा सिस्टम तैयार करने का प्रयास करेंगे कि भर्तियां बिना किसी रूकावट के समय पर पूरी हो सकें। उन्होंने कहा कि हमारी पिछली सरकार में कर्मचारियों की सभी उचित मांगों को पूरा करने का प्रयास किया गया था। इस बार भी सरकार कर्मचारी हितों का पूरा ध्यान रखेगी।
अशोक गहलोत ने कहा कि केंद्र सरकार से राज्य को मिलने वाली करों की हिस्सा राशि एवं केंद्र प्रवर्तित योजनाओं में मिलने वाले अनुदान में बड़ी कटौती होने से राज्य सरकार को विकास कार्यों के लिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही राज्य को पेट्रोलियम से मिलने वाले राजस्व में भी काफी कमी आई है, लेकिन राज्य सरकार इन विपरीत परिस्थितियों में भी पूर्व की भांति कुशल वित्तीय प्रबंधन करने का प्रयास कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कर्मचारी किसी के बहकावे में आकर हड़ताल जैसे कदम नहीं उठाएं। इससे अच्छा संदेश नहीं जाता है और लोगों को अपने काम कराने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसी भी समस्या की सुनवाई एवं संवाद के लिए हमेशा तैयार है।