सर्वदलीय बैठकः 18 नवंबर से शीतकालीन सत्र, बिरला ने सभी दलों से सदन को सुचारू रूप से चलाने में सहयोग की अपील की
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 16, 2019 06:01 PM2019-11-16T18:01:41+5:302019-11-16T20:10:24+5:30
माना जा रहा है कि लोकसभा अध्यक्ष इस बैठक में विभिन्न दलों के नेताओं से संसद को सुचारू रूप से चलाने में सहयोग देने की अपील करेंगे। गौरतलब है कि 17वीं लोकसभा का पहला शीतकालीन सत्र 18 नवंबर से 13 दिसंबर तक है।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने 18 नवंबर से आरंभ हो रहे संसद का शीतकालीन सत्र से पहले शनिवार को सदन के विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं की बैठक बुलाई है। बैठक खत्म हो गया है। ओम बिरला ने कहा कि बैठक में यह फैसला हुआ कि पक्ष और विपक्ष हर मुद्दे पर चर्चा करेंगे। लोकसभा और राज्यसभा में हर विधेयक पर बातचीत की जाएगी। जनता से जुड़े मुद्दे पर अड़चन नहीं आएगी।
All party meeting under chairmanship of Lok Sabha Speaker Om Birla, ahead of winter session of Parliament, underway in Delhi. https://t.co/VbqzsbsxO0pic.twitter.com/Yb4gRRbhIz
— ANI (@ANI) November 16, 2019
लोकसभा सचिवालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक यह बैठक शनिवार को दिन में साढ़े तीन बजे संसदीय पुस्तकालय भवन में शुरू हुई। माना जा रहा है कि लोकसभा अध्यक्ष इस बैठक में विभिन्न दलों के नेताओं से संसद को सुचारू रूप से चलाने में सहयोग देने की अपील करेंगे। गौरतलब है कि 17वीं लोकसभा का पहला शीतकालीन सत्र 18 नवंबर से 13 दिसंबर तक है।
Delhi: Prime Minister Narendra Modi arrives for the all party meeting, ahead of the winter session of Parliament. pic.twitter.com/PFdP9VKcPH
— ANI (@ANI) November 16, 2019
संसद के शीतकालीन सत्र से पहले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शनिवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई जिसमें उन्होंने सभी दलों के नेताओं से सदन को सुचारू रूप से चलाने में सहयोग की अपील की। दूसरी तरफ, विपक्षी दलों ने कहा कि इस सत्र में बेरोजगारी, मंदी, कृषि संकट और प्रदूषण के मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए।
सूत्रों के मुताबिक संसदीय पुस्तकालय भवन में हुई इस बैठक में विपक्ष के ज्यादातर दलों ने कहा कि सदस्यों को सदन में अपनी बात रखने का पूरा मौका मिलना चाहिए। इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और लोकसभा में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता शामिल हुए। बैठक के बाद बिरला ने कहा, ‘‘विभिन्न दलों के नेताओं ने जो मुद्दे उठाए हैं उन पर कार्य मंत्रणा समिति में चर्चा की जाएगी और जितना हो सकेगा उतने मुद्दों को हम सदन की कार्यवाही में जगह देने की कोशिश करेंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने सभी नेताओं से कहा कि वे सदन को सुचारू रूप से चलाने में सहयोग करें। सदन जनता के प्रति उत्तरदायी है। सदन में चर्चा होनी चाहिए।’’ बैठक में शामिल एक नेता ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘विपक्ष के नेताओं ने कहा कि सदन में सभी को अपनी बात रखने का पूरा मौका मिलना चाहिए।
लोकसभा अध्यक्ष ने सभी से सहयोग की अपील की और सबको उचित मौका देने का भरोसा दिलाया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘कई नेताओं ने कहा कि इस सत्र में बेरोजगारी, आर्थिक मंदी, किसानों की समस्याओं और प्रदूषण को लेकर चर्चा की मांग की।’’ सूत्रों के अनुसार इस बैठक में विपक्ष के कई नेताओं ने यह भी कहा कि विधेयकों को स्थायी समिति के पास भेजा जाना चाहिए और फिर इन्हें पारित कराने के लिए पेश करना चाहिए।