अलकायदा सरगना जवाहरी ने सेना-सरकार को लेकर दी बड़ी धमकी, विदेश मंत्रालय ने कहा- इनको सीरियसली न लें
By रोहित कुमार पोरवाल | Published: July 11, 2019 06:52 PM2019-07-11T18:52:25+5:302019-07-11T19:04:15+5:30
जवाहरी ने एक वीडियो जारी कर कश्मीर में सक्रिय मुजाहिद्दीनों से आह्वान किया था कि वे भारतीय सेना और सरकार पर लगातार हमले करते रहे हैं ताकि भारत की अर्थव्यवस्था कमजोर हो जाए और उसके सामने कामगारों और साजो-सामान की कमी खड़ी हो जाए।
विदेश मंत्रालय ने खूंखार आतंकी संगठन अलकायदा के सरगना अयमान अल जवाहरी की धमकी को लेकर जवाब दिया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने मीडिया से कहा, ''ऐसी धमकियां जो हैं न.. हम सुनते रहते हैं, मुझे नहीं लगता इनको सीरियसली लेना चाहिए।'' उन्होंने आगे कहा, ''हमारे सुरक्षा बल अच्छी तरह से असलहा-बारूद जैसे साजो समाना से लैस हैं और हमारी क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता को बनाए रखने में सक्षम हैं।''
बता दें कि जवाहरी ने एक वीडियो जारी कर कश्मीर में सक्रिय मुजाहिद्दीनों से आह्वान किया था कि वे भारतीय सेना और सरकार पर लगातार हमले करते रहे हैं ताकि भारत की अर्थव्यवस्था कमजोर हो जाए और उसके सामने कामगारों और साजो-सामान की कमी खड़ी हो जाए।
अल जवाहरी की धमकी वाला वीडियो अलकायदा की मीडिया विंग अल शबाब द्वारा जारी किया गया था। वीडियो का टाइटल था- ''कश्मीर को न भूलें।''
Raveesh Kumar, MEA on Al-Qaeda Chief Ayman al Zawahiri's video: 'Aisi dhamkiyaan jo hai na hum sunte rehte hain, mujhe nahi lagta inko seriously lena chahiye.' Our security forces are well equipped and capable of maintaining our territorial integrity & sovereignty. pic.twitter.com/hI4vF8DlyS
— ANI (@ANI) July 11, 2019
अलकायदा सरगना ने अपने संदेश में जो बातें कहीं उनसे स्पष्ट होता है कि भारत में आतंकी घटनाएं कराने में पाकिस्तान का बड़ा हाथ है। हालांकि, जवाहरी ने पाकिस्तानी सेना और सरकार को अमेरिका का चापलूस कहा। जवाहिरी ने यह भी कहा कि पाक सेना और सरकार मुजाहिद्दीनों का विशेष राजनीतिक इस्तेमाल करने में रुचि रखती है। बाद में उन्हें उनके हाल पर छोड़ देती है या फिर उन पर अत्याचार करती है।'
बता दें कि विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने करतारपुर कॉरिडोर को लेकर भी बात की। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि काम समय पर पूरा हो जाएगा। इस काम को पूरा होने की तिथि अक्टूबर 2019 तय की गई थी। उन्होंने ऐसी खबरों को खारिज किया जिनमें कहा जा रहा है कि कॉरिडोर का काम धीमी गति से चल रहा है।