AAP से लेकर आरजेडी तक इन क्षेत्रीय पार्टियों ने नहीं दिया है चंदे का हिसाब, अखिलेश की सपा की सबसे ज्यादा कमाई
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: May 23, 2018 03:33 PM2018-05-23T15:33:25+5:302018-05-23T15:34:36+5:30
आम आदमी पार्टी और राजद ऐसी पार्टी हैं जिन्होंने अब तक अपनी कमाई का खर्च दोनों का हिसाब आज तक चुनाव आयोग को नहीं दिया है।
मुंबई,23 मई: एडीआर ने हाल ही में एक रिपोर्ट पेश की है, जिसमें सभी क्षेत्रीय पार्टियों के चंदे को पेश किया गया है। इस रिपोर्ट के मुताबिक आम आदमी पार्टी और राजद ऐसी पार्टी हैं जिन्होंने अब तक अपनी कमाई का खर्च दोनों का हिसाब आज तक चुनाव आयोग को नहीं दिया है। इन दोनों के अलावा 14 और क्षेत्रीय दल हैं, जिन्होंने सुप्रीम कोर्ट और आयोग के दिशा-निर्देशों के बावजूद ऑडिट रिपोर्ट उपलब्ध नहीं कराई है।जबकि अन्य पार्टियों पर इसको ज्यादा असर नहीं है।
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एडीआर ने ये रिपोर्ट चुनाव आयोग में जमा सभी क्षेत्रीय दलों की ऑडिट के बाद पेश की है। वित्तीय वर्ष 2016-17 की वार्षिक ऑडिट रिपोर्ट 31 अक्टूबर 2007 तक जमा करनी थी। जिसमें केवल 12 पार्टियों ने अपना रिपोर्ट कार्ड पेश किया। बाकी करीब 20 दलों ने देर से से यह काम किया। जबकि 16 क्षेत्रीय दलों ने आज तक चुनाव आयोग को हिसाब-किताब नहीं दिया।
इनका हिसाब चुनाव आयोग की बेवसाइट पर भी उपलब्ध नहीं है। इसमें आम आदमी पार्टी, राजद और जम्मू कश्मीर नेशनल पैंथर्स पार्टी जहां प्रमुख राजनीतिक दल हैं, वहीं अन्य दलों में कर्नाटक जनता पक्ष, गोवा फारवर्ड पार्टी, ऑल इंडिया फारवर्ड ब्लॉक, ऑल इंडिया एनआर कांग्रेस, नेशनल पीपुल्स पार्टी, यूडीपी आदि दल शामिल हैं। ये वे पार्टी हैं जिन्होंने अपने खर्च से अवगत नहीं करवाया है।
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वहीं, पेश रिपोर्ट के मुताबिक साल 2016-17 के दौरान 32 क्षेत्रीय दलों की कुल कमाई 321.03 रुपये रही। इसमें यूपी की सपा ने सबसे ज्यादा 82.76 करोड़ रुपये कमाई दिखाई। अकेले सपा की कमाई 32 दलों की आय का 25.78 प्रतिशत रहा। वहीं, कमाई करने के मामले पर दूसरे नंबर पर टीडीपी है जिसने 72.92 करोड़ वहीं एआइएडीएमके ने 48.88 करोड़ रुपये की आय घोषित की। समाजवादी पार्टी ने कुल 147.10 करोड़, जबकि एआइएडीएमके ने 86.77 और डीएमके ने 85.66 करोड़ का खर्च दिखाया है।