अखिलेश यादव ने कहा, "ईडी का मतलब अब ‘एग्जाम इन डेमोक्रेसी’ बन गया है", जानिए क्यों
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: June 15, 2022 02:52 PM2022-06-15T14:52:13+5:302022-06-15T14:58:28+5:30
सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने राहुल गांधी से ईडी द्वारा की जा रही पूछताछ को "लोकतंत्र की परीक्षा" बताया है। यूपी विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार की राजनीति को फेल करने के लिए जरूरी है कि विपक्ष इस "परीक्षा" को पास करे।
लखनऊ:कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी की लगातार दो दिनों से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने हो रही लंबी पेशी के मामले में समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने बुधवार को ट्वीट करते हुए केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा है।
सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने राहुल गांधी से ईडी द्वारा की जा रही पूछताछ को "लोकतंत्र की परीक्षा" बताया है। यूपी विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार की राजनीति को फेल करने के लिए जरूरी है कि विपक्ष इस "परीक्षा" को पास करे।
अखिलेश यादव अपने ट्वीट में लिखते हैं, "ईडी का मतलब अब ‘एग्जाम इन डेमोक्रेसी’ बन गया है। राजनीति में विपक्ष को ये परीक्षा पास करनी होती है। जब सरकार स्वयं फ़ेल हो जाती है तब वो इस परीक्षा की घोषणा करती है। जिनकी तैयारी अच्छी होती है वो न तो लिखा-पढ़ी की परीक्षा से डरते हैं, न मौखिक से… और कभी डरना भी नहीं चाहिए।"
ED का मतलब अब ‘Examination in Democracy’ बन गया है। राजनीति में विपक्ष को ये परीक्षा पास करनी होती है। जब सरकार स्वयं फ़ेल हो जाती है तब वो इस परीक्षा की घोषणा करती है। जिनकी तैयारी अच्छी होती है वो न तो लिखा-पढ़ी की परीक्षा से डरते हैं, न मौखिक से… और कभी डरना भी नहीं चाहिए।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) June 15, 2022
मालूम हो कि ईडी नेशनल हेराल्ड मामले में लगातार दो दिनों से घंटो-घंटों कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी से पूछताछ कर रही है। इस मामले में ईडी अधिकारियों का कहना है कि वो अपनी जांच के संबंध में राहुल गांधी से प्रश्न कर रहे हैं और उनका बयान दर्ज कर रहे हैं।
वहीं कांग्रेस का कहना है कि ईडी को मौजूदा केंद्र सरकार एक टूल के तौर पर इस्तेमाल कर रही है विपक्षी नेताओं को डराने के लिए। इस मामले में सबसे तीखा व्यंग्य कुछ दिनों पहले शिवसना के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने किया था।
महाराष्ट्र में राज्यसभा चुनाव बीतने के बाद शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने कहा था कि अगर केवल 2 घंटे के लिए ईडी की कमान महाराष्ट्र सरकार को सौंप दी जाती तो पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फड़नवीस भी शिवसेना को वोट देते।
जहां तक नेशनल हेराल्ड केस का मामला है तो कांग्रेस का आरोप है कि ईडी इसमें शेयर ट्रांसफर के मामले की जांच कर रही है, जबकि इसमें कहीं भी पैसे का कोई लेनदेन हुआ ही नहीं है। वहीं केंद्र में शासन कर रही भाजपा का आरोप है कि इसमें भू-स्वामित्व का मामला है और हेराल्ड की कुल संपत्ति लगभग 2000 करोड़ रुपये है, जिसे गांधी परिवार ने शेयर ट्रांफसर के नाम पर कब्जा कर लिया है। (समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)