एके-47 बरामद होने का मामला: 'छोटे सरकार' नाम से चर्चित बाहुबली विधायक अनंत सिंह का सियासी कैरियर हो सकता है तबाह
By एस पी सिन्हा | Published: August 18, 2019 08:53 PM2019-08-18T20:53:45+5:302019-08-18T20:53:45+5:30
बिहार के मोकामा से बाहुबली विधायक और 'छोटे सरकार' के नाम से चर्चित अनंत सिंह पर अब यूएपीए के तहत भी कार्रवाई होगी. ऐसे में विधायक अगर यूएपीए के तहत दोषी पाए जाते हैं तो उन पर न केवल देशद्रोह का मुकदमा चलेगा बल्कि उनका राजनीतिक जीवन भी तबाह हो जाएगा.
बिहार के मोकामा से बाहुबली विधायक और 'छोटे सरकार' के नाम से चर्चित अनंत सिंह पर अब यूएपीए के तहत भी कार्रवाई होगी. ऐसे में विधायक अगर यूएपीए के तहत दोषी पाए जाते हैं तो उन पर न केवल देशद्रोह का मुकदमा चलेगा बल्कि उनका राजनीतिक जीवन भी तबाह हो जाएगा. पंद्रह साल से मोकामा के विधायक चुने जा रहे अनंत इस कार्रवाई के बाद आजीवन चुनाव भी नहीं लड़ सकेंगे.
यहां बता दें कि एके-47 और हैंड ग्रेनेड जैसे हथियार मिलने के बाद इस केस की जांच में स्पेशल टास्क फोर्स के साथ ही एनआईए की टीम भी लगी हुई है. इस बार अनंत सिंह पर एके-47 और हैंड ग्रेनेड जैसी खतरनाक चीजें रखने का आरोप लगा है. इस मामले में उनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी जारी हैं. पुलिस के लाख जतन के बाद भी आखिरकार अनंत सिंह फरार हो गये और पटना पुलिस हाथ मलती रह गई. महज दो दिन पहले विधायक अनंत सिंह के पैतृक आवास छापेमारी कर अनंत सिंह को मुश्किलों में डालने वाली पटना पुलिस अब खुद मुश्किलों में पड़ती दिख रही है. विधायक के फरार होने के बाद बिहार पुलिस मुख्यालय से लेकर पटना पुलिस पर सावल उठ खड़े हुए हैं. सवाल यह है कि पुलिस ने क्या सोचकर विधायक अनंत सिंह की गिरफ्तारी का फैसला लिया? जबकि वह चाहती तो एक दिन पहले ही विधायक को गिरफ्तार कर सकती थी.
विधायक के खिलाफ सबूत जमा करने के बाद पुलिस की टीम ने शनिवार देर रात उनके पटना स्थित सरकारी आवास पर गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की. आवास के चप्पे-चप्पे की तलाशी ली गई, लेकिन निर्दलीय विधायक नहीं मिले. पुलिस की इस कार्रवाई दौरान विधायक की गिरफ्तारी तो नहीं हो सकी, लेकिन पुलिस अनंत सिंह के एक साथी और पटना पुलिस के वांटेड अपराधी को गिरफ्तार किया. पुलिस की टीम ने रात के करीब साढ़े 12 बजे अनंत के सरकारी आवास में दबिश दी थी. टीम में एसटीएफ एसपी, सिटी एसपी समेत कई थानों की पुलिस शामिल थी. दबिश के दौरान अनंत सिंह के कई समर्थक भी उनके सरकारी आवास पर मौजूद थे. पुलिस ने करीब ढाई घंटे तक विधायक के सरकारी आवास को खंगाला और चप्पे-चप्पे की तलाशी ली. इस दौरान विधायक के आवास छोड़कर फरार होने की भी सूचना आई, जिसकी पुष्टि खुद पुलिस ने भी की.
पुलिस ने इस दौरान अनंत सिंह के एक समर्थक छोटन सिंह को गिरफ्तार किया जो बाढ थाने का वांटेड अपराधी है. पुलिस को विधायक आवास से एक तलवार और सरकारी फोन मिला जिसे जब्त कर लिया गया है. सुबह के करीब चार बजे पुलिस की टीम विधायक आवास से निकली. इस दौरान ग्रामीण एसपी कांतेश मिश्रा ने बताया कि फरार अनंत सिंह की गिरफ्तारी सुनिश्चित करने के लिए पुलिस की छापेमारी लगातार जारी है. वहीं, विधायक के फरार होने के बाद उनके आवास से सरकारी सुरक्षा हटा ली गई है. छापेमारी के दौरान विधायक की पत्नी घर में मौजूद थीं, जिनसे पुलिस ने घंटो पूछताछ की.
वहीं, अनंत सिंह के खिलाफ फरार अपराधी को संरक्षण देने के आरोप में पटना के सचिवालय थाना में भी एक अलग से केस दर्ज किया गया है साथ ही पुलिस अधिकारी अब अनंत सिंह के फरार होने के बाद आगे की कानूनी प्रक्रिया जारी रखने का दावा करते नजर आ रहे हैं. कल तक गिरफ्तारी के लिये पुलिस को खुली चुनौती देनेवाले अनंत सिंह का फरार हो जाना पटना पुलिस के लिये भी अबूझ पहेली बनकर रह गई है. पटना पुलिस के अधिकारी भी इस बात से सहमें है कि विधायक की फरारी कहीं आनेवाले दिनों में उनके लिये परेशानी का सबब ना बन जाये.
हथियार बरामदगी के बाद अनंत सिंह के खिलाफ आर्म्स एक्ट, गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) और विस्फोटक अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है. अनंत के खिलाफ इस एक्ट के तहत कार्रवाई होना तय माना जा रहा है और अगर यह कार्रवाई होती है तो वो इस एक्ट के तहत कार्रवाई का शिकार होने वाले बिहार के पहले जनप्रतिनिधि होंगे.
वहीं जानकारों का मानना है कि यूं तो अनंत सिंह को हथियारों का पुराना शौकीन बताया जाता है, लेकिन उनके घर से एके-47 और हैंड ग्रेनेड मिलने से सुरक्षा एजेंसियों के भी होश उड़ गए हैं. पुलिस मुख्यालय पूरे मामले पर नजर बनाए हुए है. पटना पुलिस के सीनियर अधिकारी की मानें तो इस मामले में विधायक के साथ-साथ उनके परिवार के सदस्यों की गिरफ्तारी भी हो सकती है.