नोएडा, गाजियाबाद, गुड़गांव, फरीदाबाद में वायु गुणवत्ता ‘गंभीर श्रेणी’ में
By भाषा | Published: November 5, 2020 09:53 PM2020-11-05T21:53:50+5:302020-11-05T21:53:50+5:30
नोएडा (उप्र), पांच नवंबर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के शहरों नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद, गुड़गांव और फरीदाबाद में बृहस्पतिवार को वायु गुणवत्ता स्तर ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गया। वायु गुणवत्ता का यह स्तर न केवल स्वस्थ व्यक्तियों के स्वास्थ्य को प्रभावित कर रहा है, बल्कि उन लोगों के स्वास्थ्य पर गंभीर असर डाल रहा है जो पहले से ही रोगों की चपेट में हैं।
दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के वायु गुणवत्ता सूचकांक के अनुसार दिल्ली के पड़ोसी इन पांचों इलाकों में पीएम 2.5 और पीएम 10 का स्तर भी बेहद ज्यादा बना हुआ है।
उल्लेखनीय है कि 0 और 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा', 51 और 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 और 200 के बीच 'मध्यम', 201 और 300 के बीच 'खराब', 301 और 400 के बीच 'बेहद खराब' और 401 से 500 के बीच 'गंभीर' माना जाता है।
सीपीसीबी के समीर ऐप के अनुसार बृहस्पतिवार शाम चार बजे गाजियाबाद में पिछले 24 घंटे में वायु गुणवत्ता का स्तर 464 दर्ज किया गया। इसके बाद ग्रेटर नोएडा में 457, नोएडा में 450, गुड़गांव में 443 और फरीदाबाद में 416 दर्ज किया गया।
बुधवार को यह स्तर गाजियाबाद में 389, ग्रेटर नोएडा में 368, नोएडा में 345, फरीदाबाद में 331 और गुड़गांव में 290 दर्ज किया गया था।
ऐप के अनुसार दिल्ली के पड़ोसी इन पांच शहरों में मुख्य प्रदूषक तत्व पीएम 2.5 है।
सीपीसीबी का कहना है कि वायु गुणवत्ता का स्तर ‘गंभीर’ रहने से स्वस्थ लोग भी प्रभावित होते हैं जबकि जो लोग पहले से ही बीमार हैं, उन पर बेहद गंभीर असर पड़ता है।