छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा- ‘एयर इंडिया और ज्योतिरादित्य सिंधिया दोनों बिकाऊ’ हैं
By सतीश कुमार सिंह | Published: July 14, 2021 05:19 PM2021-07-14T17:19:19+5:302021-07-14T19:46:20+5:30
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय का कार्यभार संभाला। मध्य प्रदेश के प्रमुख नेता सिंधिया ने बुधवार को कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली थी।
नई दिल्लीः केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को मोदी कैबिनेट में नागरिक उड्डयन मंत्रालय का प्रभार देने के बाद विपक्षी दलों की तरफ से उन्हें लगातार निशाने पर लेकर तंज किया जा रहा है।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बुधवार को उन्हें ‘बिकाऊ’ करार दिया.भूपेश बघेल ने कहा- सरकार एयर इंडिया को बेचने जा रही है और उस मंत्रालय की कमान ज्योतिरादित्य सिंधिया के हाथों में दी गई है. एयर इंडिया का लोगो ‘महाराजा’ है। ज्योतिरादित्य सिंधिया और एयर इंडिया दोनों ही बिकाऊ हैं।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा- एक की बोली लगने जा रही है और दूसरे को इसके बेचने का भार दिया गया है.वहीं इससे पहले यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बी वी ने बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री बनने पर कटाक्ष किया था।
श्रीनिवास ने बीते शुक्रवार एक मीम शेयर करते हुए कैप्शन लिखा था ‘एयर इंडिया और सिंधिया दोनों बिकाऊ’ हैं। इसके जवाब में बीजेपी ने श्रीनिवास पर पलटवार करते हुए कहा कि यह कांग्रेस की हताशा को दिखाता है। गौरतलब है कि हाल में मोदी कैबिनेट का विस्तार किया गया है।
मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का यह पहला कैबिनेट विस्तार था. इसमें मध्य प्रदेश से बीजेपी के राज्यसभा सांसद सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया को पहली बार मंत्री बनाकर उन्हें नागरिक उड्डयन मंत्रालय की अहम जिम्मेदारी दी गई है.पीएम मोदी की इस नई कैबिनेट में 36 नए चेहरों के साथ कुल 43 मंत्रियों को शपथ दिलाई गई है, जबकि 7 मंत्रियों का प्रमोशन किया गया।
इसके बाद अब मोदी कैबिनेट में मंत्रियों की कुल संख्या 78 हो गई है। इससे पहले, ज्योतिरादित्य सिंधिया इससे पहले कांग्रेस का हाथ छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए थे। उनके बीजेपी में शामिल होने और मध्य प्रदेश कांग्रेस विधायकों को तोड़ने के बाद राज्य की कमलनाथ सरकार गिर गई थी, उसके बाद शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में राज्य में नई सरकार बनी थी, उस वक्त ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस पार्टी में अपनी अनदेखी का आरोप लगाया था।