असदुद्दीन ओवैसी ने पीएम मोदी पर कश्मीरी पंडितों को धोखा देने का लगाया आरोप, कहा-पुनर्वास में सरकार विफल रही सरकार
By भाषा | Published: February 3, 2019 08:39 PM2019-02-03T20:39:31+5:302019-02-03T20:39:31+5:30
एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसीने कहा, ‘‘लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने साढ़े चार साल में क्या किया? क्या आप इससे संतुष्ट हैं। कश्मीर में उन्होंने क्या माहौल बनाया है।’’
एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र की भाजपा नीत सरकार पर कश्मीरी पंडितों को धोखा देने का आरोप लगाते हुए कहा कि इस विस्थापित समुदाय के घाटी में पुनर्वास में सरकार विफल रही है।
हैदराबाद से लोकसभा सदस्य ओवैसी यहां ‘वर्ल्ड्स काउंट’ उत्सव में ‘डिमाइस ऑफ सेकुलरिज्म- द फ्यूचर ऑफ सेकुलरिज्म’ विषय पर बोल रहे थे।
उनका साक्षात्कार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े प्रकाशन ‘ऑर्गेनाइजर’ के संपादक प्रफुल्ल केतकर ले रहे थे।
श्रोताओं में शामिल कश्मीरी पंडित समुदाय के एक सदस्य के इस आरोप को ओवैसी ने खारिज कर दिया कि वह रोहिंग्या मुसलमानों की तो बात करते हैं लेकिन विस्थापित कश्मीरी पंडित समुदाय की नहीं।
उन्होंने कहा, ‘‘संसद में 2014 में मेरे भाषण में मैंने कहा था कि कश्मीरी पंडितों को घाटी वापस भेजा जाना चाहिए।’’
ओवैसी ने कहा, ‘‘लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने साढ़े चार साल में क्या किया? क्या आप इससे संतुष्ट हैं। कश्मीर में उन्होंने क्या माहौल बनाया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जिम्मेदार कौन है? मोदी और भाजपा ने कश्मीरी पंडितों को धोखा दिया है। उन्होंने आपके लिए कुछ नहीं किया।’’
संयोग है कि मोदी रविवार को जम्मू कश्मीर की यात्रा पर थे और उन्होंने जम्मू के विजयपुर इलाके में एक रैली को संबोधित करते हुए कश्मीरी पंडितों की बात की।
एक महिला सैन्य अधिकारी के सवाल पर ओवैसी ने कहा, ‘‘घाटी में सेना है और चुनौतीपूर्ण कार्य कर रही है। मैं उनका सम्मान करता हूं। लेकिन पिछले सात साल में जम्मू कश्मीर में सेना के सर्वाधिक जवान मारे गये।’’
उन्होंने कहा कि वह आरएसएस के इस विचार को नहीं मानते कि भारत हिंदुओं और हिंदुत्व की वजह से धर्मनिरपेक्ष है। देश इसके संविधान की वजह से धर्मनिरपेक्ष है।
उन्होंने कहा कि दलितों और अल्पसंख्यकों के बीच गठजोड़ महत्वपूर्ण है।