कोरोना मरीज के लिए एम्स के स्टाफ ने सफदरजंग अस्पताल में बेड मुहैया कराने के लिए मांगे 5 लाख रुपये, गिरफ्तार
By दीप्ती कुमारी | Published: May 18, 2021 08:13 AM2021-05-18T08:13:07+5:302021-05-18T08:13:30+5:30
दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में भर्ती कराने के लिए बेड मुहैया कराने को लेकर कोरोना मरीज के परिवार ने एम्स के एक स्टाफ पर 5 लाख रुपए की मांग करने का आरोप लगाया है। परिवार का कहना है कि उन्होंने पहले ही स्टाफ को 2.8 लाख रुपए दे दिए थे।
दिल्ली: सफदरगंज अस्पताल में एक बेड के लिए कोविड मरीज के परिवार से कथित तौर पर 5 लाख रुपए की मांग करने के आरोप में एम्स के स्टाफ को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी एम्स में एक लैब सहायक के रूप में काम करता था और मामले में उसकी बहन को भी गिरफ्तार किया गया है।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार रोहिणी डीसीपी प्रणव तायल ने बताया, 'आरोपियों की पहचान पंकज कुमार और उसकी बहन रामकवलप्रीत कौर उर्फ ममता के रूप में हुई है । पंकज एम्स में हेमटोलॉजी लैब में काम करता था जबकि कवलप्रीत एक नर्स थी और वर्तमान में वह काम नहीं कर रही थी ।'
प्रणव तायल ने बताया, 'हमें एक हरिपाल कुमार नाम के व्यक्ति की कोविड हेल्पलाइन पर शिकायत मिली थी , जिसने आरोप लगाया कि दो लोगों ने उसकी पत्नी को सफदरगंज अस्पताल में भर्ती कराने के नाम पर 2.8 लाख रुपए लिए ।हरिपाल की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज की गई। पुलिस ने बताया कि हरिपाल को पंकज का कंटेक्ट नम्बर मिला था , जब उसने उसे फोन किया तो पंकज ने उसे अस्पताल में बेड के लिए 5 लाख रुपए की मांग की । बाद में उसने अपनी बहन का फोन नंबर भेजा और दंपती को कहा कि ये आपकी मदद करेगी ।'
डीसीपी ने कहा कि 'हरिपाल का बेटा कौर के संपर्क में था लेकिन उसकी मां को सफदरगंज अस्पताल में उनके सहयोग के बिना ही अस्पताल में भर्ती करा लिया था । वही आरोपी ने इस बात का दावा किया कि उनकी वजह से उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था और 5 लाख रुपए की मांग की थी । हरिपाल ने उन्हें 2.8 लाख की मांग की थी । पैसे लेने के बाद दोनों हिमाचल प्रदेश चले गए और वहां से उन्हें गिरफ्तार किया गया ।'