अहमद पटेल मेरे राजनीतिक मित्र होने के साथ साथ कांग्रेस की रीढ़ थे: विजय दर्डा
By शीलेष शर्मा | Published: November 25, 2020 09:11 PM2020-11-25T21:11:46+5:302020-11-25T21:12:55+5:30
व्यक्तिगत मित्र होने के साथ साथ अहमद भाई का व्यक्तित्व ऐसा था कि वह सभी दलों के नेताओं के बीच लोकप्रिय थे। दर्डा ने बताया कि मेरे दिल्ली प्रवास के दौरान कभी ऐसा नहीं हुआ कि हम दोनों ने साथ बैठ कर देश और प्रदेश की राजनीति की चर्चा न की हो।
नई दिल्लीः कांग्रेस के पुरोधा अहमद पटेल के निधन पर लोकमत पत्र समूह के अध्यक्ष और पूर्व सांसद विजय दर्डा ने गहरा दुःख व्यक्त करते हुये कहा कि उन्होंने अपना गहरा राजनीतिक खो दिया है।
व्यक्तिगत मित्र होने के साथ साथ अहमद भाई का व्यक्तित्व ऐसा था कि वह सभी दलों के नेताओं के बीच लोकप्रिय थे। दर्डा ने बताया कि मेरे दिल्ली प्रवास के दौरान कभी ऐसा नहीं हुआ कि हम दोनों ने साथ बैठ कर देश और प्रदेश की राजनीति की चर्चा न की हो।
अहमद भाई बात के धनी थे ,जो कहा उसे पूरा करने के लिये जी तोड़ प्रयास करते थे। उनकी राजनीतिक सूझ-बूझ बे मिसाल थी। गाँधी परिवार से उनकी नज़दीकी किसी से छिपी नहीं है ,जब जब पार्टी के सामने कोई बड़ा संकट आया अहमद भाई ने बड़ी कुशलता से उसे सुलझाया,यही कारण था कि सोनिया गाँधी उनकी राय जानकार ही फ़ैसले करती रहीं।
बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी अहमद भाई के जाने से कांग्रेस को जो क्षति पहुंची है उसकी भरपाई संभव नहीं। मेरे प्रति उनका जो विशेष लगाव था उसे शब्दों में बांधना मेरे लिये संभव नहीं। में अहमद भाई के प्रति अपनी भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ तथा परमपिता से प्रार्थना करता हूँ कि उनकी आत्मा को शांति दे और परिवार को इस अपार क्षति को सहन करने की शक्ति दे।