मार्च के बाद फिर खुला ताजमहल, चीन के इस नागरिक ने सबसे पहले किया दीदार
By विनीत कुमार | Published: September 22, 2020 08:33 AM2020-09-22T08:33:02+5:302020-09-22T08:33:02+5:30
कोविड-19 के कारण पिछले 188 दिनों से बंद ताजमहल को एक बार फिर पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है। फिलहाल एक दिन में केवल 5000 पर्यटकों को ही अंदर जाने की अनुमति होगी।
कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे के बाद लॉकडाउन के तहत बंद किए गए ताजमहल को दोबारा खोल दिया गया है। ताजमहल को पर्यटकों के लिए सोमवार सुबह 5.39 बजे खोला गया। दिलचस्प ये रहा कि मार्च के बाद पहली बार खुले ताजमहल का सबसे पहले दीदार करने वाला शख्स चीन का था। चीन के लियांग च्याचेंग के तौर पर ताजमहल को मार्च के बाद पहला पर्यटक मिला।
17वीं शताब्दी की इस खूबसूरत निशानी को कोविड-19 के कारण करीब 6 महीनों के लिए पर्यटकों के लिए बंद रखना पड़ा। ताजमहल भारत के उन खास पर्यटन स्थलों में शामिल है जहां दुनिया भर के लोग आते हैं। यहां हर दिन करीब 20 से 40 हजार लोग आते हैं। हालांकि, जब ये दोबारा खोला गया तो संख्या पहले दिन काफी कम रही।
ताजमहल की देखरेख करने वाली भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने फिलहाल एक दिन में दो बैच में 5000 लोगों को ही आने की अनुमति दी है। पहला बैच सुबह से दोपहर तक और दूसरा दोपहर से शाम तक आ सकता है। एएसआई के अनुसार सोमवार को 1235 लोगों ने ताजमहल का दीदार किया। इसमें 20 विदेश शामिल थे।
ताजमहल के लिए जारी किए जा रहे हैं केवल ई-टिकट
फिलहाल आम दिनों में दिए जाने वाले टिकट जारी नहीं किए जा रहे हैं। इसलिए टिकट काउंटर बंद हैं। पर्यटक अपने मोबाइल में ईटिकट लेकर अंदर जा सकते हैं। साथ ही थर्मल स्कैनिंक और हैंड सैनेटाइजेशन के बाद ही पर्यटकों को अंदर जाने की अनुमति होगी।
लॉकडाउन के बाद जब ताजमहल पर्यटकों के लिए खुला तो पूर्वी प्रवेश द्वार से चीनी पर्यटक एल चीया और पश्चिमी गेट से दिल्ली के शुभम सिंह ने प्रवेश किया। चीनी पर्यटक चीया ने ताजमहल को बहुत खूबसूरत इमारत बताया।
वहीं, रूस के एक शख्स ने बताया कि जब इंटरनेशनल फ्लाइट भारत से रद्द किए गए तो वह जयपुर में था। उसने उम्मीद जताई कि अगले कुछ दिनों में वह अपने देश लौट सकेगा। इससे पहले उसने कहा कि ताजमहल को देखना शानदार अनुभव रहा।
बता दें कि कोरोना गाइडलाइन के कारण पर्यटकों को खास हिदायत दी गई है। पर्यटकों के लिए शारीरिक दूरी का पालन करना और मास्क लगाना अनिवार्य होगा। पर्यटकों को दीवारों और रेलिंग से दूर रहना होगा। बिना लक्षण वाले पर्यटकों को ही परिसर में प्रवेश करने की अनुमति है।