अलग-अलग मुद्दों पर हंगामे के बाद, राज्यसभा दोपहर दो बजे तक स्थगित
By भाषा | Published: January 8, 2019 11:45 AM2019-01-08T11:45:57+5:302019-01-08T11:45:57+5:30
बैठक शुरू होने पर सभापति एम वेंकैया नायडू ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए। फिर उन्होंने कहा कि उन्हें कुछ सदस्यों की ओर से अलग अलग मुद्दों पर चर्चा के लिए नियम 267 के तहत नोटिस मिले हैं लेकिन उन्होंने ये नोटिस स्वीकार नहीं किए हैं।
अलग अलग मुद्दों पर सपा सहित विभिन्न दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण मंगलवार को राज्यसभा की बैठक शुरू होने के करीब दस मिनट बाद ही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। हंगामे की वजह से उच्च सदन में आज भी शून्यकाल और प्रश्नकाल नहीं चल पाए।
बैठक शुरू होने पर सभापति एम वेंकैया नायडू ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए। फिर उन्होंने कहा कि उन्हें कुछ सदस्यों की ओर से अलग अलग मुद्दों पर चर्चा के लिए नियम 267 के तहत नोटिस मिले हैं लेकिन उन्होंने ये नोटिस स्वीकार नहीं किए हैं।
सभापति ने कहा कि सभी मुद्दों पर चर्चा की जा सकती है। इसी बीच सदन में हंगामा शुरू हो गया। सपा सदस्यों ने पार्टी नेताओं के खिलाफ केन्द्रीय जांच एजेंसियों के कथित दुरुपयोग के मुद्दे पर और कांग्रेस, बसपा, तृणमूल कांग्रेस सहित अन्य दलों ने अपने अपने मुद्दों पर हंगामा शुरू कर दिया। कुछ सदस्य आसन के समक्ष भी आ गए जिन्हें सभापति ने अपने स्थानों पर लौट जाने को कहा।
इस बीच कुछ सदस्य राज्यसभा के सत्र की अवधि बढ़ाए जाने का भी विरोध करते देखे गए। नायडू ने सदस्यों से शांत रहने और कार्यवाही चलने देने का अनुरोध किया। हंगामा थमते न देख उन्होंने 11 बज कर करीब 10 मिनट पर ही बैठक को दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।