मार्च के बाद अप्रैल में भी गर्मी का सितम जारी, यूपी-दिल्ली, राजस्थान समेत कई राज्यों में आज से लू का अलर्ट
By विनीत कुमार | Published: April 27, 2022 07:38 AM2022-04-27T07:38:21+5:302022-04-27T07:43:35+5:30
Heat Wave: उत्तर भारत में गर्मी का सितम जारी है। मार्च और अप्रैल में कुल मिलाकर करीब 30 दिन 'हीट वेब' की चपेट में रहे हैं। आमतौर पर गर्मी अप्रैल के बाद तेज होती है पर इस बार ऐसा नहीं है।
नई दिल्ली: मार्च के बाद इस साल अब अप्रैल भी भारत में हाल के वर्षों में सबसे गर्म महीनों में से एक बनने जा रहा है। इस महीने (26 अप्रैल तक) कम से कम 15 दिन देश के कई हिस्सों में हीट वेब या लू चलने जैसी स्थिति रिपोर्ट की गई है। मौसम विभाग के अनुसार फिलहाल हालात में बहुत ज्यादा बदलाव की भी संभावना नहीं है और अप्रैल के आखिर तक स्थिति ऐसी ही बनी रहेगी।
मार्च आमतौर पर मौसम के बदलाव के महीने के तौर पर देखा जाता है पर इस साल मार्च में ही दो हीट वेब देखी गईं। इस साल पहली हीट वेब 11 मार्च से 19 मार्च तक रही। वहीं, दूसरी हीट वेब 27 मार्च से शुरू हुई जो 12 अप्रैल को खत्म हुई। ऐसे ही एक और हीट वेब 17 अप्रैल से शुरू होकर 20 अप्रैल तक चली।
देश में मंगलवार को कुछ सबसे गर्म शहर बाड़मेर (45.1 डिग्री सेल्सियस), ब्रह्मपुरी (44.7 डिग्री सेल्सियस), राजगढ़ (44.6), अकोला (44.5), जैसलमेर और वर्धा (44.4), बीकानेर (44.1) , कांडला (43.8), जमशेदपुर (43.6) और वाराणसी (43.4) जैसे शहर रहे।
आज से एक और हीट वेब, यूपी-दिल्ली समेत ये राज्य चपेट में
गर्मी से फिलहाल राहत के कोई आसार नहीं हैं। मौसम विभाग के अनुसार बुधवार से एक और हीट वेब देखी जा सकेगी। इसकी चपेट में राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना आदि राज्य सबसे ज्यादा रहेंगे। कुल मिलाकर यह हीट वेब एक बड़े भौगोलिक क्षेत्र को कवर करने वाली है। यह हीट वेब मई की शुरुआत तक जारी रह सकती है। कुल मिलाकर देखें तो इस बार भारत मार्च और अप्रैल के दौरान लगभग 30 दिनों तक लू जैसी स्थिति का अनुभव करेगा।
आमतौर पर गर्मी जम्मू, पंजाब, दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार और राजस्थान में आधे अप्रैल के बीत जाने के बढ़ती है। मई और जून के दौरान गर्मी चरम पर होती हैं। इसके बाद दक्षिण-पश्चिम मानसून के जून के अंत या जुलाई की शुरुआत में आने पर इसमें कमी आ जाती है।
मौसम विभाग कैसे तय करता है 'हीट वेब'
किसी स्थान का अधिकतम तापमान मैदानी इलाकों में 40 डिग्री सेल्सियस को जब पार कर जाता है तो आईएमडी 'हीट वेव' की घोषणा करता है। ऐसे ही तटीय इलाकों में 37 डिग्री सेल्सियस और पहाड़ी इलाकों में 35 डिग्री सेल्सियस से अधिक का तापमान हीट वेब के कैटेगिरी में आ जाता है। साथ ही जब भी अधिकतम तापमान सामान्य से 4.5 - 6 डिग्री सेल्सियस के ऊपर जाता है, तो भी हीट वेब घोषित की जाती है।
मौसम अधिकारियों के अनुसार मार्च के बाद से पश्चिमी राजस्थान के अधिकांश क्षेत्रों में दिन का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से नीचे नहीं गया है। इसी तरह मार्च में गर्मी का मौसम शुरू होने के बाद से दिल्ली में अधिकतम तापमान लगातार 38 डिग्री से ऊपर बना हुआ है। दिल्ली और राजस्थान दोनों ही इस मौसम में पहले ही दो हीट वेव का अनुभव कर चुके हैं। पिछले कुछ दिनों में उत्तर पश्चिम भारत में कई स्थानों पर अधिकतम तापमान सामान्य से 6 से 9 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा।
पश्चिमी विक्षोभ से भी राहत नहीं
मौसम विभाग के अनुसार मार्च और अप्रैल के दौरान पांच पश्चिमी विक्षोभ भारत से गुजरे हैं। आमतौर पर दक्षिण से नम हवाओं से उत्तर भारत के क्षेत्रों में हल्की बारिश होती है। इस गर्मी में हालांकि ऐसा नजर नहीं आया। पिछले सप्ताह में केवल एक बार जम्मू, कश्मीर और दिल्ली के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हुई जबकि उत्तर भारत के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क बना रहा।