महाराष्ट्र में एकनाथ खडसे के बाद अब बिहार में इस नेता ने छोड़ा BJP का साथ, जदयू में शामिल होते ही मिला बड़ा पद
By अनुराग आनंद | Published: October 21, 2020 04:37 PM2020-10-21T16:37:33+5:302020-10-21T16:48:17+5:30
भाजपा की ओर से भी एकनाथ खड़से के इस्तीफे की पुष्टि कर दी गई है। बीजेपी ने एकनाथ खडसे को उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी हैं।
नई दिल्ली:महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री एकनाथ खड़से ने बीजेपी के प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। मिल रही जानकारी के मुताबिक, खडसे जल्द ही शरद पवार की मौजूदगी में एनसीपी होने वाले हैं।
इसके साथ ही बिहार से एक खबर आ रही है कि प्रदेश के पूर्व विधान पार्षद और भाजपा नेता अनुज कुमार सिंह ने भी भारतीय जनता पार्टी के प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। सीएम नीतीश कुमार ने अपने 1 अणे मार्ग स्थित आवास पर पूर्व विधान पार्षद और भाजपा नेता अनुज कुमार सिंह को JDU की सदस्यता दिलाई।
इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ सिंह और कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष अशौक चौधरी भी मोजूद थे। प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने अनुज कुमार सिंह को पार्टी में प्रदेश उपाध्यक्ष का दायित्व सौंपा है। वहीं, सीएम के समक्ष जदयू की सदस्यता ग्रहण करने के बाद अनुज सिंह ने पार्टी के निर्देश पर चुनाव में भरपूर मेहनत करने की बात कही है।
गौरतलब है कि अनुज सिंह पहले जदयू से ही विधान पार्षद थे। बाद में लालू यादव के साथ जदयू का गठबंधन होने पर उन्होंने भाजपा की सदस्यता ले ली थी और इस बार वजीरगंज विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने के लिए काफी प्रयास किया था। वहां से पूर्व विधायक वीरेन्द्र सिंह को दोबारा टिकट मिलने के बाद से वह पार्टी के नेताओं से नाराज चल रहे थे और अंत में उन्होंने फिर से नीतीश कुमार का दामन थामा है।
बता दें कि महाराष्ट्र में भाजपा की ओर से भी एकनाथ खड़से के इस्तीफे की पुष्टि कर दी गई है। बीजेपी ने एकनाथ खड़से को उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी हैं। राज्य सरकार में मंत्री जयंत पाटिल ने ये दावा किया है कि शुक्रवार को एकनाथ खड़से एनसीपी में शामिल होंगे। शुक्रवार दोपहर दो बजे एकनाथ खड़से एनसीपी की सदस्यता ले सकते हैं।
पार्टी छोड़ने के फैसले पर एकनाथ खड़से ने कहा कि वो 23 तारीख को एनसीपी ज्वाइन करेंगे। जो मेरे खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे, उसमें कुछ साबित नहीं हुआ। मुझे एक नेता के द्वारा परेशान किया गया, लेकिन पार्टी में मुझे न्याय नहीं मिला।