दिल्ली की रैली के बाद साफ हो जाएगा राममंदिर के लिए कानून का रास्ता?
By पल्लवी कुमारी | Published: December 4, 2018 12:42 PM2018-12-04T12:42:43+5:302018-12-04T12:42:43+5:30
विपक्ष के भी कई सांसदों ने मंदिर पर संसद में विधेयक लागने का समर्थन किया है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और विपक्ष के कई महत्वपूर्ण नेताओं से भी इसे लेकर मुलाकात की जाएगी.
अयोध्या में राम मंदिर बनाने के लिए कानून लाने की मांग कर रहे विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने दावा किया है कि दिल्ली में 9 दिसंबर को होने वाली रैली के बाद इसका रास्ता साफ हो जाएगा. विहिप ने कहा, ''जो लोग मंदिर के लिए कानून बनाने को गैरजरूरी मान रहे हैं रैली के बाद उनकी राय बदल जाएगी.''
विहिप के अतर्राष्ट्रीय संयुक्त महासचिव सुरेंद्र जैन ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के उस बयान को दरकिनार कर कर दिया जिसमें उन्होंने मंदिर के लिए अदालत की कार्रवाई का इंतजार करने की बात कही थी. जैन ने कहा, ''किसने क्या कहा, मुझे नहीं पता लेकिन जो लोग कह रहे हैं कि कानून की जरूरत नहीं है दिल्ली रैली के बाद उनके विचार बदलेंगे. सबके विचार और सबके निर्णय बदलेंगे.''
मंदिर निर्माण के लिए कानून के बारे में उन्होंने कहा, ''अध्यादेश लाया जाना चाहिए या सीधे विधेयक लाकर कानून बनाया जाना चाहिए, यह सरकार तय करे लेकिन राम मंदिर का रास्ता शीतकालीन सत्र में साफ होना चाहिए. दिल्ली में 9 दिसंबर की रैली के बाद मंदिर निर्माण के पक्ष में देशव्यापी जनभावनाओं को देखते हुए सभी दलों के विचार बदलेंगे कि कानून के जरिये मंदिर निर्माण हो और संसद में सभी दल इसका समर्थन करेंगे.''
शीत सत्र में मंदिर निर्माण के विधेयक पेश किए जाने पर जैन ने कहा, ''हमें उम्मीद ही नहीं, पूरा विश्वास है कि आगामी शीतकालीन सत्र में विधेयक पेश किया जाएगा. देशभर में मंदिर के लिए जनजागरण कार्यक्र म चलाए गए हैं.'' विहिप नेता ने दावा किया कि इस मामले में संगठन के पदाधिकारी राष्ट्रपति और कई राज्यों के राज्यपालों से मुलाकात कर चुके हैं. इसके साथ ही 150 से अधिक सांसदों से भी मंदिर को लेकर चर्चा की गई है.
विपक्ष के भी कई सांसदों ने मंदिर पर संसद में विधेयक लागने का समर्थन किया है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और विपक्ष के कई महत्वपूर्ण नेताओं से भी इसे लेकर मुलाकात की जाएगी. जैन ने कहा, ''दिल्ली की रैली में संघ के सरकार्यवाह भैय्याजी जोशी, साध्वी ऋतंभरा, अवधेशानंद, हंसदेवाचार्य, ज्ञानानंदजी, विहिप के जस्टिस कोगजे और आलोक कुमार मंच पर होंगे.'' कहा जा रहा है कि इस आयोजन में देशभर से लाखों रामभक्त रामलीला मैदान में इकट्ठा होने वाले हैं.