अफगानिस्तान में गंभीर मानवीय संकट, विदेश मंत्री एस जयशंकर बोले-अफगानों के साथ खड़ा रहेगा भारत
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: September 13, 2021 09:25 PM2021-09-13T21:25:25+5:302021-09-13T21:26:46+5:30
अफगानिस्तान पर संयुक्त राष्ट्र की उच्च स्तरीय बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत का अपना दृष्टिकोण अपने लोगों के साथ ऐतिहासिक मित्रता द्वारा निर्देशित रहा है।
नई दिल्लीः अफगानिस्तान में गंभीर मानवीय संकट के बीच भारत ने सोमवार को कहा कि वह पहले की तरह ही अफगानों के साथ खड़ा रहेगा। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने यह भी कहा कि अफगानिस्तान एक अहम और चुनौतीपूर्ण दौर से गुजर रहा है और वहां बेहतर माहौल बनाने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय को एक साथ आना चाहिए।
अफगानिस्तान में मानवीय हालात पर संयुक्त राष्ट्र की उच्चस्तरीय बैठक को डिजिटल तरीके से संबोधित करते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि भारत ने अफगानिस्तान के भविष्य में संयुक्त राष्ट्र की केंद्रीय भूमिका का सतत समर्थन किया है। उन्होंने कहा, ‘‘अफगानिस्तान के प्रति भारत का दृष्टिकोण हमेशा इसके लोगों के साथ हमारी ऐतिहासिक मित्रता द्वारा निर्देशित होता रहा है, आगे भी ऐसा ही रहेगा।’’
Our friendship is reflected in Indian development projects in all 34 (Afghan) provinces. In face of grave emergency situation, India is willing to stand by Afghan people, as in the past. Int'l community must come together to create best possible, enabling environment: EAM pic.twitter.com/vewzrICElS
— ANI (@ANI) September 13, 2021
जयशंकर ने कहा कि वैश्विक आम-सहमति बनाने के लिए देशों के छोटे-छोटे समूहों के बजाय एक बहुपक्षीय मंच हमेशा प्रभावशाली रहता है। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान के राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक और सुरक्षा हालात में व्यापक बदलाव और इसके परिणाम स्वरूप मानवीय जरूरतों में भी परिवर्तन देखा गया है।
विदेश मंत्री ने कहा कि अफगानिस्तान के करीबी पड़ोसी के रूप में वहां के घटनाक्रम पर भारत नजर रख रहा है। उन्होंने कहा कि यात्रा और सुरक्षित आवाजाही का मुद्दा मानवीय सहायता में अवरोध बन सकता है जिसे तत्काल सुलझाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जो लोग अफगानिस्तान में आना और बाहर जाना चाहते हैं, उन्हें बिना किसी रुकावट के ऐसी सुविधाएं दी जानी चाहिए।