राम मंदिर मामला: जमीयत उलेमा हिंद ने कहा-"समीक्षा याचिका दायर करने नहीं पहुंचे राजीव धवन इसलिए नाम हटाया गया"
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: December 3, 2019 10:28 AM2019-12-03T10:28:48+5:302019-12-03T10:28:48+5:30
एजाज के मुताबिक, वह कल ही समीक्षा याचिका दायर करना चाहते थे, लेकिन श्री राजीव धवन नहीं पहुंचे। यही वजह रहा है कि राजीव धवन का नाम याचिका में नहीं दिया गया है। इसकी वजह साफ है कि राजीव मीटिंग में उपलब्ध नहीं थे। यह कोई बड़ा मुद्दा नहीं है।
राम मंदिर केस के वकील राजीव धवन को पुनर्विचार याचिका से बाहर करने के फैसले पर जमीयत इस्लाम हिंद की तरफ से बयान आया है। इस बयान में एजाज मकबूल ने कहा है कि श्री राजीव धवन को उनकी बीमारी के कारण केस (जमीयत उलेमा-ए-हिंद समीक्षा अयोध्या मामले में) से हटा दिया गया था।
Advocate-on-record Ejaz Maqbool to ANI: Issue is that my client (Jamiat Ulema-e-Hind) wanted to file the review petition yesterday. It was to be settled by Mr Rajeev Dhawan. I could not give his name in the petition because he was not available. It is not a big issue. https://t.co/WzldL8xduw
— ANI (@ANI) December 3, 2019
इसके अलावा उन्होंने कहा कि यह मुद्दा मेरे मुवक्किल ( वकील जमीयत उलेमा-ए-हिंद) से जुड़ा है। एजाज के मुताबिक, वह कल ही समीक्षा याचिका दायर करना चाहते थे, लेकिन श्री राजीव धवन नहीं पहुंचे। यही वजह रहा है कि राजीव धवन का नाम याचिका में नहीं दिया गया है। इसकी वजह साफ है कि राजीव मीटिंग में उपलब्ध नहीं थे। यह कोई बड़ा मुद्दा नहीं है।
आपको बता दें कि राम मंदिर मामले में मुस्लिम पक्षकारों (सुन्नी वक्फ बोर्ड व दूसरे संगठनों) की ओर से कोर्ट में सुनवाई करने वाले वाले वकील राजीव धवन का नाम जमीयत उलेमा हिंद ने हटा दिया है। अपने सोशल मीडिया माध्यमों पर खुद इस बारे में लिखकर राजीव धवन ने जानकारी दी है। वह लिखते हैं कि बिन किसी फॉर्मल इंफॉर्मेशन के पुनर्विचार याचिका के लिए मेरा नाम हटा दिया गया है।
Advocate Rajeev Dhawan (who appeared for Sunni Waqf Board & other Muslim parties in Ayodhya case): No longer involved in the review or the case. I have been informed that Mr Madani has indicated that I was removed from the case because I was unwell. This is total nonsense. https://t.co/K9rNgsk0No">https://t.co/K9rNgsk0No
— ANI (@ANI) https://twitter.com/ANI/status/1201696800165380096?ref_src=twsrc%5Etfw">December 3, 2019
अपने सोशल मीडिया पर अधिवक्ता राजीव धवन ने यह भी लिखा है कि मैं अब समीक्षा या मामले की सुनवाई में शामिल नहीं हूं। मुझे श्री मदनी ने संकेत दिया है कि मेरे नाम को इस मामले से हटा दिया गया क्योंकि मैं अस्वस्थ था। इसके साथ ही राजीव लिखते हैं कि जो तर्क देकर मेरे नाम को इस मामले से हटाया गया वह बिल्कुल बकवास है।
Advocate Rajeev Dhawan (who appeared for Sunni Waqf Board & other Muslim parties in Ayodhya case) writes on social media: Just been sacked from Babri case by advocate-on-record Ejaz Maqbool who was representing Jamiat. Have sent formal letter accepting the 'sacking' without demur https://t.co/pUNrhBmup5">pic.twitter.com/pUNrhBmup5
— ANI (@ANI) https://twitter.com/ANI/status/1201695647809695744?ref_src=twsrc%5Etfw">December 3, 2019
जानकारी के लिए आपको बता दें कि राजीव धवन सुप्रीम कोर्ट में मुस्लिम पक्षकारों की तरफ से इस मामले में पेश होने वाले मुख्य वकील थे। हालांकि, इस मामले में मुस्लिम पक्ष को उनका दावा नहीं मिल पाया था।