आदित्य ठाकरे का मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर हमला, बोले- "वो महाराष्ट्र की जनता के लिए नहीं, एक 'भ्रष्ट आदमी' के लिए खड़े हैं"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: March 13, 2023 09:52 AM2023-03-13T09:52:22+5:302023-03-13T09:56:15+5:30
शिवसेना (उद्धव बाल ठाकरे) के नेताआदित्य ठाकरे ने पार्टी के कार्यक्रम में बोलते हुए कहा कि इतिहास मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को अवैध और असंवैधानिक मुख्यमंत्री के तौर पर याद करेगा।
मुंबई: शिवसेना (उद्धव बाल ठाकरे) के प्रमुख नेता आदित्य ठाकरे ने मुंबई में पार्टी कार्यकर्ताओं के एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर जमकर हमला किया और कहा कि देश का इतिहास उन्हें अवैध और असंवैधानिक मुख्यमंत्री के तौर पर याद करेगा। आदित्य ठाकरे ने बीते रविवार को पार्टी के कार्यक्रम में बोलते हुए कहा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे इस समय केवल और केवल एक "भ्रष्ट व्यक्ति" के लिए खड़े हैं।
आदित्य ठाकरे ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि चुनाव आयोग द्वारा उनके साथ अन्याय किया गया है लेकिन ये बाल ठाकरे की पार्टी है, जो लड़कर अपना हक लेना अच्छे से जानती है। ठाकरे ने चुनाव आयोग की निंदा करते हुए कहा, "यह भीतर की मिली भगत से हुआ है। पार्टी के कार्यकर्ता इस गंदे समझौते को अच्छे से समझ रहे हैं।"
शिवसेना (उद्धव बाल ठाकरे) नेता आदित्य ठाकरे ने आगे कहा, "चुनाव आयोग ने एकनाथ शिंदे के साथ पार्टी को तोड़ने वालों को नये धड़े को शिवसेना के रूप में मान्यता दे दी और चुनाव चिन्ह तीर-धनुष भी उन्हें सौंप दिया। लेकिन यह फैसला न केवल हमारे लिए नहीं बल्कि पूरे लोकतंत्र के लिए बेहद खतरनाक है।"
उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली महाविकास अघाड़ी सरकार में मंत्री रहे आदित्य ठाकरे ने शिवसेना (उद्धव बाल ठाकरे) को चुनाव आयोग से मिले जलते हुए मशाल वाले चुनाव चिन्ह पर कहा कि उस मशाल की ही एकमात्र रोशनी होगी, जो हमारे साथ विश्वासघात करने वालों और पीठ में छुरा घोंपने के कारण पैदा हुए अंधेरे को दूर करेगी।
उन्होंने कहा कि एकनाथ शिंदे की अगुवाई में बगावत करने वाले विधायकों ने उनके पिता उद्धव ठाकरे की अगुवाई में चल रही महाविकास अघाड़ी सरकार को गिराने का 'गंदा काम' किया है, जिस सरकार ने कोविड महामारी से निपटने में प्रदेश की जनता का भरपूर साथ दिया था।
आदित्य ठाकरे ने कहा, "शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की महाविकास अघाड़ी सरकार महाराष्ट्र को सुनहरे दौर में ले जा रही थी। लगभग ढाई साल के शासनकाल में महाविकास अघाड़ी सरकार ने 6.5 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया था और 93 फीसदी निवेश प्रस्तावों को लागू किया था।"
उन्होंने कहा कि महाविकास अघाड़ी सरकार शासन के दौरान महाराष्ट्र के लिए लाये गये बड़े निवेश को मौजूदा एकनाथ शिंदे-भाजपा सरकार ने दिल्ली के इशारे पर गुजरात को दे दिया। ये महाराष्ट्र की जनता के साथ अन्याय है और जनता इस अन्याय का हिसाब-किताब आने वाले चुनाव में एकनाथ शिंदे से करेगी।