सोशल मीडिया पर पोर्नोग्राफी के बढ़ते दुष्प्रभावों पर नियंत्रण के मुद्दे पर राज्यसभा सदस्यों की तदर्थ समिति गठित
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: December 12, 2019 04:29 PM2019-12-12T16:29:35+5:302019-12-12T16:29:35+5:30
सभापति ने सदन को बताया कि इस विषय पर समूह की कुछ बैठकें होने के बाद रमेश ने उन्हें समूह के समक्ष कुछ मौलिक दिक्कतों के बारे में अवगत कराया है। इसके मद्देनजर उन्होंने इस समूह को तदर्थ समिति के रूप में काम करने को कहा है। रमेश इस समिति के अध्यक्ष होंगे।
राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने सोशल मीडिया पर पोर्नोग्राफी के बढ़ते प्रसार और इससे बच्चों तथा समाज पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों की समस्या के समाधान सुझाने के लिये उच्च सदन के सदस्यों की एक तदर्थ समिति गठित की है।
नायडू ने बृहस्पतिवार को राज्यसभा में बताया कि हाल ही में इस विषय पर उच्च सदन के सदस्यों के औपचारिक समूह को ही तदर्थ समिति में तब्दील किया गया है। समूह के संयोजक राज्यसभा सदस्य जयराम रमेश को समिति का अध्यक्ष बनाया गया है।
उन्होंने कहा कि हाल ही में सोशल मीडिया पर पोर्नोग्राफी के बच्चों सहित समूचे समाज पर प्रभाव का अध्ययन करने के लिये बनाये गये औपचारिक समूह में रमेश के अलावा सपा की जया बच्चन, आप के संजय सिंह, बीजद के डा. अमर पटनायक, कांग्रेस के एम वी राजीव गौड़ा और अमी याज्ञिक, तृणमूल कांग्रेस की डोला सेन, जदयू की कहकशां परवीन, भाजपा के राजीव चंद्रशेखर, विनय पी सहस्त्रबुद्धे और रूपा गांगुली, द्रमुक के तिरुचि शिवा, राकांपा की वंदना चव्हाण तथा अन्नाद्रमुक की विजिला सत्यनाथ शामिल थे।
सभापति ने सदन को बताया कि इस विषय पर समूह की कुछ बैठकें होने के बाद रमेश ने उन्हें समूह के समक्ष कुछ मौलिक दिक्कतों के बारे में अवगत कराया है। इसके मद्देनजर उन्होंने इस समूह को तदर्थ समिति के रूप में काम करने को कहा है। रमेश इस समिति के अध्यक्ष होंगे।
उन्होंने बताया कि समिति को इस विषय के सभी पहलुओं पर विचार कर समस्या के समाधान के बारे में अपनी रिपोर्ट एक महीने के भीतर पेश करने को कहा है। नायडू ने स्पष्ट किया कि समिति का कार्यकाल किसी भी स्थिति में नहीं बढ़ाया जायेगा।