प्रसिद्ध भारतीय चित्रकार सतीश गुजराल का 94 वर्ष की आयु में निधन, PM मोदी ने ट्वीट कर किया शोक व्यक्त, कहा- उनके निधन से दुखी हूं
By रामदीप मिश्रा | Published: March 27, 2020 10:15 AM2020-03-27T10:15:26+5:302020-03-27T10:15:26+5:30
सतीश गुजराल को भारत सरकार ने कला के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए सन 1999 में उन्हें पद्म विभूषण से सम्मानित कर चुकी है। सतीश गुजराल का जन्म 25 दिसम्बर, 1925 को ब्रिटिश इंडिया के झेलम (अब पाकिस्तान) में हुआ था।
प्रसिद्ध भारतीय चित्रकार, मूर्तिकार, लेखक और वास्तुकार सतीश गुजराल का निधन हो गया है। वह 94 साल के थे और भारत के पूर्व प्रधानमंत्री इंद्र कुमार गुजराल के छोटे भाई थे। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीटकर शोक जताया है। उन्होंने कहा है कि सतीश गुजराल बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे।
प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा, 'सतीश गुजराल बहुमुखी और बहुआयामी थे। उनकी रचनात्मकता के साथ-साथ दृढ़ निश्चय के लिए उनकी प्रशंसा की गई, उन्होंने प्रतिकूल परिस्थितियों पर काबू पाया। उनकी बौद्धिक प्रबलता उन्हें दूर-दूर तक ले गई, फिर भी वे अपनी जड़ों से जुड़े रहे। उनके निधन से दुखी हूं। ॐ शांति।'
Satish Gujral Ji was versatile and multifaceted. He was admired for his creativity as well as the determination with which he overcame adversity. His intellectual thirst took him far and wide yet he remained attached with his roots. Saddened by his demise. Om Shanti.
— Narendra Modi (@narendramodi) March 27, 2020
आपको बता दें कि सतीश गुजराल को भारत सरकार ने कला के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए सन 1999 में उन्हें पद्म विभूषण से सम्मानित कर चुकी है। बताया जाता है कि बचपन में सतीश की टांगे टूट गईं और सिर में भी काफी चोट आईं थीं, जिसके कारण उन्हें कम सुनाई पड़ने लगा और लोग उन्हें लंगड़ा, बहरा और गूंगा समझने लगे थे। उस समय उनकी उम्र मात्र आठ साल की थी।
Acclaimed painter and sculptor Satish Gujral has passed away. He was 94 years old. pic.twitter.com/cK5vJKWUuQ
— ANI (@ANI) March 27, 2020
सतीश गुजराल का जन्म 25 दिसम्बर, 1925 को ब्रिटिश इंडिया के झेलम (अब पाकिस्तान) में हुआ था। उन्हें पद्म विभूषण के अलावा मेक्सिको का 'लियो नार्डो द विंसी' और बेल्जियम के राजा का 'ऑर्डर ऑफ क्राउन' पुरस्कार से भी नवाजा गया। 1 9 8 9 में उन्हें 'इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ ऑर्किटेक्चर' और 'दिल्ली कला परिषद' द्वारा सम्मानित किया गया।
बताया जाता है कि सतीश गुजराल ने अनेक होटलों, आवासीय भवनों, विश्वविद्यालयों, उद्योग स्थलों और धार्मिक इमारतों की मोहक वास्तु परियोजनाएं तैयार की हैं।