अब्दुल जब्बार का लंबी बीमारी के बाद निधन, भोपाल गैस त्रासदी के पीड़ितों के लिए थे मसीहा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 15, 2019 08:31 AM2019-11-15T08:31:02+5:302019-11-15T08:31:02+5:30
गुरुवार को सीएम कमलनाथ ने घोषणा की थी कि भोपाल त्रासदी के पीड़ितों के लिए काम करने वाले अब्दुल जब्बार के इलाज का खर्च मप्र सरकार वहन करेगी।
भोपाल गैस त्रासदी के पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए संघर्ष करने वाले अब्दुल जब्बार का गुरुवार को लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। वह भोपाल गैस पीड़ितों के हित में काम करने वाले एनजीओ के संयोजक थे। इलाज के लिए उन्हें भोपाल के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनकी मौत से चंद घंटे पहले ही मध्य प्रदेश सरकार ने भोपाल गैस पीड़ितों के हित में काम करने वाले एनजीओ के संयोजक अब्दुल जब्बार का चिकित्सा खर्च वहन करने की घोषणा की थी।
जब्बार पिछले कुछ समय से बीमार चले रहे थे और इलाज के लिये एक अस्पताल में भर्ती थे। जब्बार द्वारा बनाया गया गैर सरकारी संगठन ‘भोपाल गैस पीड़ित महिला उद्योग संगठन’ लगभग तीन दशक से भोपाल गैस कांड के जीवित बचे लोगों के हित में काम कर रहा है। जब्बार इसके संयोजक थे।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने गुरुवार को ट्वीट कर कहा था, “भोपाल गैस त्रासदी के बाद हजारों पीड़ितों के हितों के लिये सतत संघर्ष करने वाले अब्दुल जब्बार भाई का हाल ही में बीमार होने पर चल रहे इलाज का सारा खर्च सरकार ने वहन किया, और आगे भी सरकार उनके इलाज का पूरा खर्च वहन करेगी, उनके साथी चिंतित न हो। वे शीघ्र स्वस्थ हो, ऐसी ईश्वर से कामना।” लेकिन घोषणा के बाद कोई सरकारी मदद उन तक पहुंचती उससे पहले ही उनकी सांसें उखड़ गईं।
गौरतलब है कि दो दिसंबर 1984 की रात भोपाल की यूनियन कार्बाइड की फैक्ट्री से जहरीली मिथाइल आइसोसाएनेट गैस लीक हुई जिसने हजारों लोगों की जान ले ली। भोपाल शहर में त्रासदी के निशान अब तक देखे जा सकते हैं।