उत्तर प्रदेशः फतेहपुर में दो दलित नाबालिग बहनों की हत्या, तालाब में फेंका, बलात्कार की आशंका, दोनों बच्चियों की आंखों में चोट के निशान
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 18, 2020 08:54 PM2020-11-18T20:54:56+5:302020-11-18T20:55:57+5:30
फतेहपुर के अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) राजेश कुमार ने बताया कि असोथर थानाक्षेत्र के एक गांव में अनुसूचित वर्ग (दलित) के एक व्यक्ति की दो नाबालिग बेटियों (12 वर्ष और आठ वर्ष) के शव जंगल में एक तालाब से मिले हैं और दोनों बच्चियों की आंखों में चोट के गहरे निशान पाए गए हैं।
फतेहपुरः फतेहपुर जिले के असोथर थाना क्षेत्र के एक गांव में दलित वर्ग की दो नाबालिग बहनों की कथित रूप से हत्या करके शव एक तालाब में फेंक दिया गया। पुलिस के अनुसार, दोनों बच्चियों की आंखों में चोट के निशान हैं।
पुलिस ने बताया कि बच्चियां दोपहर को चने का साग तोड़ने जंगल के खेत गयी थीं और शव देर रात तालाब में मिले। फतेहपुर के अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) राजेश कुमार ने बताया कि असोथर थानाक्षेत्र के एक गांव में अनुसूचित वर्ग (दलित) के एक व्यक्ति की दो नाबालिग बेटियों (12 वर्ष और आठ वर्ष) के शव जंगल में एक तालाब से मिले हैं और दोनों बच्चियों की आंखों में चोट के गहरे निशान पाए गए हैं।
उन्होंने बताया कि दोनों बच्चियां आज दोपहर घर से जंगल में स्थित खेत से चने का साग तोड़ने खेत गयी थीं। देर शाम तक घर न लौटने पर परिजन और ग्रामीणों ने उनकी तलाश की व शव जंगल में तालाब में तैरते पाए जाने पर करीब नौ बजे रात को पुलिस को सूचना दी।
एएसपी ने बताया कि परिजन और ग्रामीणों ने अज्ञात पर बलात्कार या बलात्कार करने में असफल होने पर हत्या करके शव तालाब में फेंके जाने का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि शव कब्जे में ले लिए गए हैं और मामले की गहराई से जांच-पड़ताल की जा रही है। एएसपी ने कहा कि मौत के असली कारणों की जानकारी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से मिलेगी। उन्होंने बताया कि पुलिस अधीक्षक प्रशांत वर्मा और अन्य अधिकारी भी घटनास्थल पर गए और घटना के खुलासे के निर्देश दिए हैं।
कानपुर : हत्या से पहले बच्ची के साथ हुआ था सामूहिक दुष्कर्म
कानपुर जिले के घाटमपुर क्षेत्र में दीपावली की रात कथित रूप से काला जादू और तंत्र-मंत्र के लिये छह साल की एक दलित लड़की की हत्या से पहले उससे कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म भी किया गया था। अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण बृजेश श्रीवास्तव ने बताया कि इस वारदात के मामले में पकड़े गए अंकुल कुरील (20) और बीरन (31) नामक व्यक्तियों ने पुलिस को जानकारी दी कि उन्होंने बच्ची से सामूहिक बलात्कार करने के बाद उसकी गला दबाकर हत्या कर दी।
उन्होंने बताया की हत्या करने के बाद दोनों आरोपियों ने बच्ची के दोनों फेफड़े निकाल कर मुख्य आरोपी पुरुषोत्तम को दिए थे, पुरुषोत्तम को काला जादू करने के लिए इन अंगों की जरूरत थी। श्रीवास्तव ने बताया कि पुरुषोत्तम को रविवार को ही गिरफ्तार कर लिया गया था जबकि उसकी पत्नी को वारदात में शामिल होने की आशंका के आधार पर हिरासत में लिया गया है। उन्होंने बताया कि पुरुषोत्तम ने शुरू में पुलिस को भ्रमित करने की कोशिश की, लेकिन सख्ती से पूछताछ करने पर उसने सारा सच उगल दिया और कहा कि उसकी शादी 1999 में हो गई थी लेकिन अबतक उसकी कोई संतान नहीं है।
श्रीवास्तव के मुताबिक पुरुषोत्तम ने बताया कि उसे औलाद हासिल करने के लिए काला जादू करने की सलाह दी गई थी, इसके लिए किसी बच्ची के फेफड़ों की जरूरत थी इसीलिए उसने अपने भतीजे अंकुल और उसके मित्र बीरन को अपनी पड़ोसी की बच्ची अगवा करने के लिए तैयार किया था।
पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) डॉ. प्रीतिंदर सिंह ने बताया कि घाटमपुर कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में रहने वाला परिवार शनिवार को दीपावली की पूजा की तैयारी कर रहा था तभी अचानक उनकी छह वर्षीय बेटी लापता हो गई। उन्होंने बताया कि परिजनों को जब बेटी नहीं दिखी तो उसकी तलाश शुरू हुई और रविवार सुबह मंदिर के पास से गुजर रहे ग्रामीणों ने बच्ची का शव देखा।
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि लड़की के शरीर पर लगे चोट के निशान से पता चलता है कि उसकी हत्या धारदार हथियार से की गई है, लड़की के हाथ और पैर में रंग लगा था और एक चप्पल और कपड़े समेत उसका सामान भी पेड़ के पास से बरामद किया गया है। पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) बृजेश श्रीवास्तव ने बताया कि इस सिलसिले में सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
तंत्र-मंत्र के लिए लड़की की हत्या के संदर्भ में डीआईजी ने बताया कि इसकी पुष्टि के लिए वैज्ञानिक साक्ष्य जुटाने को फॉरेंसिक विशेषज्ञों और खोजी कुत्तों की मदद ली जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बच्ची की हत्या की घटना में अपराधियों के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे।
राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने शोक संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए उन्हें पांच लाख रुपए की आर्थिक सहायता दिए जाने के निर्देश दिए हैं। योगी ने कहा है कि प्रदेश सरकार प्रकरण की फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवायी कराकर अपराधियों को जल्द से जल्द सजा दिलाएगी।