जम्मू-कश्मीर पंचायत चुनावः गुपकार गठबंधन, कांग्रेस, फ़ारूक़ अब्दुल्ला और महबूबा मुफ़्ती में समझौता, भाजपा ने किया हमला
By शीलेष शर्मा | Published: November 17, 2020 08:19 PM2020-11-17T20:19:24+5:302020-11-17T20:20:57+5:30
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलामनबी आज़ाद शुरू से इस चुनावी गठबंधन के पक्ष में नहीं हैं, उनका कहना था कि वह गुपकार का समर्थन करते हैं लेकिन चुनावी गठबंधन पार्टी के हित में नहीं है।
नई दिल्लीः जम्मू-कश्मीर पंचायत चुनाव में कांग्रेस और फ़ारूक़ अब्दुल्ला-महबूबा मुफ़्ती के गुपकार के बीच चुनावी गठबंधन को लेकर लगातार हमलावर भाजपा पर कांग्रेस ने सवालों की झड़ियाँ लगा कर तीखा हमला बोलते हुये गुपकार के साथ हुये चुनावी गठबंधन को जायज़ ठहरने की कोशिश की।
हालांकि कांग्रेस के अंदर भी इस चुनावी गठबंधन को लेकर मतभेद बने हुये हैं। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्य मंत्री गुलामनबी आज़ाद शुरू से इस चुनावी गठबंधन के पक्ष में नहीं हैं, उनका कहना था कि वह गुपकार का समर्थन करते हैं लेकिन चुनावी गठबंधन पार्टी के हित में नहीं है।
इस गठबंधन के कारण कांग्रेस को जम्मू में चुनावी नुकसान उठाना पड़ सकता है, जिसका सीधा लाभ भाजपा को होगा। कांग्रेस नेतृत्व ने आज़ाद के सुझाव को नज़रअंदाज़ कर गठबंधन में चुनाव लड़ने का फैसला किया। कांग्रेस के इसी फ़ैसले पर गृह मंत्री अमित शाह सहित समूची भाजपा सोनिया, राहुल से पूछ रहे हैं कि क्या कांग्रेस धारा 370 को फिर से बहाल करने के पक्ष में है जिसकी मांग गुपकार कर रहा है।
कांग्रेस ने साफ़ किया कि वह गुपकार और पीएजीडी की घोषणा का हिस्सा नहीं है,पार्टी महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने अमित शाह से पुछा की संघ ने 52 साल तक तिरंगा क्यों नहीं फहराया। आतंकियों को किसने रिहा किया ,पठानकोट में आईएस आई को घुसने की इजाज़त किसने क्यों दी ,पीडीपी के साथ मिलकर सरकार किसने बनाई। कांग्रेस भाजपा के चेहरे को बेनक़ाब करने के लिये चुनाव लड़ रही है।