इंदिरा नहर में गिरने से लापता हुए सात बच्चों में से तीन के शव शाम को बरामद, चार बच्चों की तलाश जारी
By भाषा | Published: June 20, 2019 05:47 PM2019-06-20T17:47:26+5:302019-06-20T17:47:26+5:30
घटना की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन की टीम के साथ एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें घटनास्थल पर पहुंचीं और तुरंत राहत और बचाव का काम शुरू किया। शर्मा ने 'बताया कि लापता सात बच्चों में पांच लड़के और दो लड़कियां हैं। इनमें से तीन बच्चों के शव शाम करीब चार बजे बरामद कर लिये गये है। शेष लापता चार बच्चों की तलाश अभी जारी है।
राजधानी के निकट नगराम में एक वैवाहिक समारोह से लौट रही एक पिकअप वैन बृहस्पतिवार को तड़के इंदिरा नहर में गिरने से लापता हुए सात बच्चों में से तीन के शव शाम को बरामद हुए। चार बच्चों की तलाश जारी है।
वैन नहर में गिरने से कुल 29 लोग पानी में डूब गए थे जिनमें से 22 को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया था। इन लोगों को एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम ने निकाला। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इंदिरा नहर में वैन डूबने और बच्चों की मौत की घटना पर दुख व्यक्त किया है।
लखनऊ के जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि आज सुबह करीब तीन बजे एक पारिवारिक समारोह में नगराम के परवा खेड़ा आई बारात से बाराबंकी लौट रही एक पिकअप वैन आज तड़के इंदिरानहर में गिर गई। वैन में 29 लोग सवार थे। इनमें करीब 19 बच्चे थे।
घटना की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन की टीम के साथ एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें घटनास्थल पर पहुंचीं और तुरंत राहत और बचाव का काम शुरू किया। शर्मा ने 'बताया कि लापता सात बच्चों में पांच लड़के और दो लड़कियां हैं। इनमें से तीन बच्चों के शव शाम करीब चार बजे बरामद कर लिये गये है। शेष लापता चार बच्चों की तलाश अभी जारी है।
वहीं दूसरी ओर इंदिरा नहर में बृहस्पतिवार तड़के हुई इस वैन दुर्घटना के शिकार सात बच्चों के परिजनों का आरोप है कि पिकअप वैन का चालक शराब के नशे में था और वाहन बहुत तेज गति से चला रहा था। परिजनों के चालक के शराब के नशे में होने के आरोप पर एसडीएम मोहनलाल गंज सूर्यकांत ने बताया कि इसकी जांच की जा रही है।
चालक पूरी तरह से सुरक्षित है और उसे मेडिकल जांच के लिए अस्पताल भेजा गया है। सातों बच्चों में से छह के नाम मानसी, मनीषा, सौरभ, सचिन, साजन व अमन हैं। एक लापता बच्चे की मां लज्जावती ने मीडिया को बताया कि रात का समय था और अंधेरा था और वाहन चालक नशे में था और वह वाहन बहुत तेज गति से चला रहा था।
उसे कई बार धीरे चलने को कहा गया लेकिन उसने किसी की बात नहीं सुनी और वैन नहर में जा गिरी। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने माना कि वाहन की रफ्तार तेज होने के कारण यह हादसा हुआ। उन्होंने बताया कि कुछ घंटे बाद 22 लोगों को नहर से जिंदा बचा लिया गया।
बच्चों की तलाश के लिए इंदिरा नहर का पानी रोक दिया गया है। कई स्थानों पर जाल डालकर भी बच्चों की तलाश की जा रही है। उन्होंने बताया कि नहर से बचाये गये 22 लोगों में अधिकतर बच्चे हैं, सब पूरी तरह से स्वस्थ हैं और उनके खाने पीने का इंतजाम कर दिया गया है।
डीएम शर्मा ने बताया कि बच्चों को नहर में ढूंढने के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों के साथ पुलिस के गोताखोरों की टीमें भी लगायी गई हैं। घटनास्थल पर एंबुलेंस के साथ डाक्टरों की टीमें भी तैनात हैं ताकि बच्चों के निकाले जाने के बाद जरुरत पड़ने पर उन्हें तुरंत उपचार दिया जा सके।
उधर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इंदिरा नहर में वैन डूबने की घटना पर दुख व्यक्त किया और अधिकारियों को डूबे लोगों को ढूंढने में तत्परता दिखाने के निर्देश दिये।
बागमती नदी में डूबने से तीन बच्चों की मौत
बिहार के शिवहर जिले के पिपराही प्रखंड के बसहिया शेख गांव अंतर्गत दोस्तिया घाट के पास गुजर रही बागमती नदी में नहाते समय गुरूवार की दोपहर तीन बच्चों की डूबने से मौत हो गई। पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार ने बताया कि मृतकों में बसहिया शेख गांव के वार्ड संख्या 4 निवासी के मोहम्मद शर्फुद्दीन के पुत्र मोहम्मद रिजवान, शेख वहान के पुत्र मोहम्मद नवाजिद और मोहम्मद जफीर के पुत्र मोहम्मद अकील शामिल हैं। उन्होंने बताया कि गोताखोर की मदद से शवों को नदी से निकाल कर पोस्टमार्टम के लिए शिवहर सदर अस्पताल लाया गया है।