बिहार में सामने आया एक अनोखा मामला, पत्नी को चुनाव लड़वाने के लिए करता था चोरी, चढ़ा दिल्ली पुलिस के हत्थे
By एस पी सिन्हा | Published: October 25, 2021 04:25 PM2021-10-25T16:25:28+5:302021-10-25T16:31:13+5:30
सीतामढ़ी जिले से एक अनोखा मामला सामने आया है. यहां के एक शख्स ने अपनी पत्नी को पंचायत चुनाव में जीत हासिल कराने के लिए दिल्ली में चोरी किया करता था. लेकिन एक जज के घर चोरी कर वह फंस गया ।
पटना : बिहार में पंचायत चुनाव जीतने के लिए उम्मीदवार तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं. इसी में सीतामढ़ी जिले से एक अनोखा मामला सामने आया है. यहां के एक शख्स ने अपनी पत्नी को पंचायत चुनाव में जीत हासिल कराने के लिए दिल्ली में चोरी किया करता था. लेकिन एक जज के घर चोरी कर वह फंस गया और उसकी राज खुल गई. सीतामढ़ी के रहने वाले इस चोर की तलाश 12 राज्यों की पुलिस कर रही थी. वह करोड़ों रुपये कीमत की जैगुआर कार से देशभर में घूम-घमकर आलीशान कोठी-बंगलों में चोरी करने निकलता था.
प्राप्त जानकारी के अनुसार सीतामढ़ी जिले के रहने वाले इरफान को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया है. उसने दिल्ली में एक जज के घर से 65 लाख रूपए उड़ाए थे. इतना ही नहीं दिल्ली के एक कारोबारी के घर से भी उसने बड़ी रकम चोरी की थी. गिरफ्तारी के बाद इरफान ने जो खुलासा किया है, उसे जानकर पुलिस भी हैरान है. बताया जाता है कि इरफान ने पुलिस को बताया है कि उसकी पत्नी गुलशन परवीन पंचायत का चुनाव लड़ रही है. इस चुनाव में पत्नी को जीत दिलाने के लिए इरफान ने दोनों हाथों से रुपया खर्च किया है. उसने एक करोड़ रुपये तो सात गांवों की गलियों में सडक निर्माण पर ही खर्च कर दिए हैं.
वहीं, अपने पड़ोस में रहने वाली एक गरीब लड़की के कैंसर के ऑपरेशन पर उसने 20 लाख रुपये खर्च किए थे. पुलिस की पूछताछ में आरोपी इरफान ने बताया कि वह बहुत गरीब परिवार से है. 11 साल पहले उसकी बहन की शादी थी, लेकिन दहेज के लिए रुपयों की व्यवस्था नहीं हो पाने पर उसने बिहार में ही एक चोरी की वारदात को अंजाम दिया और शादी संपन्न होने के बाद से वह लगातार चोरी की वारदातों को अंजाम देता आ रहा है.इरफान ने पुलिस को बताया है कि वह बहुत पिछड़े इलाके में रहता है. वहां गांव या आसपास में कहीं से भी कोई उसके पास मदद मांगने आता है तो वह मना नहीं कर पाता. वह लोगों की मदद घरों में चोरी करने के बाद माल बेचकर करता है.
इरफान ने जो कबूलनामा दिया है, उसके मुताबिक वह खुद राजनीति में नहीं आना चाहता था. लेकिन गांव के लोग उसे बार-बार चुनाव लड़ने की सलाह देते थे. वह इसके लिए तैयार नहीं हुआ. आखिरकार गांव वालों के दबाव में ही उसने अपनी पत्नी गुलशन परवीन को उम्मीदवार बना दिया. गांव के लोगों ने भरोसा दिया कि चुनाव प्रचार से लेकर बाकी काम वहां स्थानीय लोग कर लेंगे. इतना ही नहीं इरफान की चार और प्रेमिकाएं भी हैं. वह आगरा, अलीगढ़, सवाई, माधोपुर और मुंबई में रहती है. मजेदार बात यह है कि इरफान किसी घटना को अंजाम देने के बाद प्रेमिकाओं के पास चला जाता था और उनके ऊपर भी जमकर रुपये खर्च करता था. थोड़े दिन गुजारने के बाद जब पुलिस का दबाव कम हो जाता था, तो वह फिर अगली घटना को अंजाम देता था.
आरोपी ने पुलिस की पूछताछ में बताया है कि नोटबंदी लागू होने से ठीक पहले उसने दिल्ली में रहने वाले एक जज के घर में 65 लाख की चोरी की थी. उसने पुलिस को बताया है कि इसके अलावा उसने गोवा में राजभवन के पास रहने वाले एक कारोबारी के घर में भी लाखों रुपये की नकदी और जेवर चोरी किए थे. आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह अपनी गाड़ी से निकलता था और जहां भी उसका दिल गवाही देता था, रुक कर वारदात को अंजाम देता था. उसका अंदाजा इतना सटीक था कि वह आज तक जिस घर में गया, एक डेढ़ लाख रुपये लेकर ही निकला है. आरोपी ने बताया कि वह इस तरह से कोठियों में घुसता था कि कड़ी चौकसी के बाद भी सुरक्षा कर्मियों की नजर उस पर नहीं पड़ती थी. यहां तक कि कुत्ते भी उसे देखकर नहीं भौंकते थे.