Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र के हाई वोल्टेज सियासी ड्रामे के बीच तीन चंद्रकांत पाटिल चर्चा में आए
By रुस्तम राणा | Published: June 24, 2022 09:09 PM2022-06-24T21:09:08+5:302022-06-24T21:18:16+5:30
बुधवार को मीडिया पर एक खबर चली कि महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल के साथ चार्टर्ड विमान शिवसेना के चार विधायक गुवाहाटी के लिए रवाना हो गए हैं। लेकिन यहां महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष नहीं, बल्कि वास्तव में चंद्रकांत निंबा पाटिल थे, जो महाराष्ट्र के निर्दलीय विधायक हैं।
मुंबई: महाराष्ट्र में चल रहे सियासी उथल-पुथल के बीच तीन चंद्रकांत पाटिल चर्चा में आए। इनमें पहले चंद्रकांत पाटिल महाराष्ट्र बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष हैं। दूसरे चंद्रकांत रघुनाथ पाटिल हैं जो गुजरात भाजपा के अध्यक्ष हैं जबकि तीसरे चंद्रकांत निंबा पाटिल महाराष्ट्र के निर्दलीय विधायक हैं।
हुआ यूं कि बुधवार को मीडिया पर एक खबर चली कि महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल के साथ चार्टर्ड विमान शिवसेना के चार विधायक गुवाहाटी के लिए रवाना हो गए हैं। जहां बागी विधायकों के साथ एकनाथ शिंदे मौजूद हैं। हालांकि इस खबर का संबंध बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष से जरा भी नहीं था। इस पर उनका बयान भी आया था कि शिवसेना में जो चल रहा है उनका दूर-दूर से कोई लेना देना नहीं है।
बुधवार को जैसे ही महाराष्ट्र भाजपा प्रमुख की चार्टर्ड उड़ान के बारे में बात फैली, स्थानीय टीवी चैनलों ने उनके सूरत में उतरने की खबर दिखाना शुरू कर दिया। यह स्पष्ट रूप से मंत्री शिंदे द्वारा संचालित शिवसेना विद्रोह में भाजपा की महत्वपूर्ण भूमिका को परिभाषित करता है। लेकिन, बाद में, यह पता चला कि यह पाटिल महाराष्ट्र भाजपा प्रमुख चंद्रकांत बच्चू पाटिल नहीं थे, बल्कि वास्तव में चंद्रकांत निंबा पाटिल थे - जो महाराष्ट्र के मुक्ताईनगर निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय विधायक थे, जो जलगांव से आते हैं।
निर्दलीय विधायक पाटिल चार अन्य विधायकों के साथ शहर से गुवाहाटी के लिए उड़ान भरने के लिए सूरत पहुंचे थे - जिसमें शिवसेना के विधायक योगेश कदम और गुलाबराव पाटिल और निर्दलीय गोपाल दलवी और मंजुला गावित शामिल थे। उधर, सूतर जो कि गुजरात में आता है। वहां से बागी विधायक गुहावाटी के लिए रवाना हुए थे। यह गुजरात के बीजेपी अध्यक्ष चंद्रकांत रघुनाथ पाटिल का गढ़ है।
बता दें कि भाजपा शिवसेना में चल रही बगावत को पार्टी की आंतरिक कलह बता रही है। जबकि सीएम उद्धव ठाकरे एवं महा विकास अघाड़ी के अन्य दल इसमें बीजेपी की साजिश बता रहे हैं। इनके द्वारा एकनाथ शिंदे को बीजेपी का मोहरा बताया जा रहा है। वहीं एकनाथ शिंदे ने कहा कि वह हिंदुत्व के साथ समझौता करने वाले (सीएम ठाकरे) के साथ नहीं रह सकते हैं।