तेलंगाना में हैरान करने वाला मामला आया सामने, कोरोना से ठीक होने के बावजूद 50 लोगों को घर नहीं ले जा रहे उनके परिजन
By भाषा | Published: June 29, 2020 04:26 PM2020-06-29T16:26:05+5:302020-06-29T16:26:05+5:30
अस्पताल में कोविड-19 नोडल अधिकारी डॉ प्रभाकर राव ने कहा कि हम उन्हें समझा रहे हैं कि ठीक हो चुके लोगों से उन्हें कोई खतरा नहीं है।
हैदराबाद: कोविड-19 से ठीक हो चुके 50 लोगों को संक्रमण के डर से उनके परिजन घर वापस ले जाने को तैयार नहीं हैं, जिसके कारण ठीक हो चुके लोगों को सरकारी केंद्रों में रखा जा रहा है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। यहां स्थित गांधी अस्पताल में कोविड-19 नोडल अधिकारी डॉ प्रभाकर राव के अनुसार ऐसे लगभग 50 लोगों को नेचर क्योर अस्पताल में रखा गया है, जिनके परिजन उन्हें घर वापस ले जाने के लिए नहीं आए।
राव ने पीटीआई-भाषा से कहा, “हमारे पास ऐसे 60 मामले आए जिसमें ठीक चुके लोगों को घर ले जाने के लिए उनके परिजन नहीं आए। उन्हें डर है कि कहीं उन्हें या उनके बच्चों को संक्रमण न हो जाए। हम उन्हें समझाने की कोशिश कर रहे हैं। अभी तक महिलाओं और पुरुषों समेत ऐसे 50 लोगों को नेचर क्योर अस्पताल में रखा गया है।”
ठीक हो चुके 50 मरीज में से 93 वर्षीय महिला भी शामिल-
ठीक हो चुके लोगों में से कुछ वृद्ध हैं जिनमें 93 वर्षीय एक महिला शामिल है। वृद्धों को गांधी अस्पताल में रखा गया है और बाकी लोगों को अन्य स्थानों पर रखा गया है। राव ने कहा, “हम पुलिस के बल पर उनके परिजन को बुला कर यह नहीं कह सकते कि वे अपने रिश्तेदारों को ले जाएं।
हम उन्हें समझा रहे हैं कि ठीक हो चुके लोगों से उन्हें कोई खतरा नहीं है। हमारे समझाने के बाद तीन-चार लोग अपने रिश्तेदारों को लेकर गए।” सरकार द्वारा संचालित गांधी अस्पताल में अभी कोविड-19 के 723 मरीजों का इलाज चल रहा है जिनमें से 350 से अधिक मरीज ऑक्सीजन आपूर्ति पर रखे गए हैं।