किसान ने पीएम नरेंद्र मोदी की मां हीराबेन को लिखा इमोशनल लेटर, कहा- अपने बेटे का मन बदल दीजिए, पूरा देश आपको थैंक यू कहेगा
By अमित कुमार | Published: January 24, 2021 06:12 PM2021-01-24T18:12:11+5:302021-01-24T18:19:08+5:30
हजारों किसानों की तरफ से पंजाब के एक किसान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां को एक इमोशनल पत्र लिखा है। इसमें उसने मोदी की मां से कुछ जरूरी बातों का जिक्र किया है।
नए कृषि कानूनों के खिलाफ देशभर में किसानों का बड़ा आंदोलन चल रहा है। सरकार द्वारा इस कानून को हटाए जाने के लिए किसान हर मुमकिन कोशिश कर रहे हैं। इस बीच पंजाब के एक किसान ने अपी समस्याओं को एक पत्र के जरिए पीएम नरेंद्र मोदी की मां हीराबेन मोदी को भेजा है। इस पत्र में किसान ने अपील की है कि हीराबेन मोदी अपने बेटे को इस कानून को वापस लेने का आदेश दे।
पंजाब के फ़िरोज़पुर जिले के गांव गोलू का मोढ के रहनेवाले हरप्रीत सिंह ने हिंदी में ये पत्र लिखा है। सिंह ने लिखा कि मैं इस पत्र को भारी मन से लिख रहा हूं, जैसा कि आप जानती होंगी कि देश और दुनिया को खिलाने वाले अन्नदाता तीनों काले कानूनों के कारण कड़ाके की सर्दियों में भी दिल्ली की सड़कों पर सोने को मजबूर हैं। इसमें 90-95 साल के बुजुर्ग के अलावा बच्चे और महिलाएं भी शामिल हैं। कड़ाके की ठंड लोगों को बीमार बना रहा है। यहां तक कि लोग शहीद हो रहे हैं, जो हम सभी के लिए चिंता का विषय है।
उन्होंने आगे लिखा कि किसान आंदोलन की वजह से 75 से ज्यादा प्रदर्शनाकरियों की जान जा चुकी है, इनमें कई ऐसे हैं जिन्होंने सुसाइड किया है। मैंने यह पत्र बहुत आशा और उम्मीद के साथ लिखा है। आपका बेटा नरेंद्र मोदी देश का प्रधान मंत्री है। वह अपने द्वारा पारित कृषि कानूनों को निरस्त कर सकता है। मुझे लगा कि कोई अपनी मां को छोड़कर किसी को भी मना कर सकता है." उन्होंने लिखा कि पूरा देश आपको धन्यवाद देगा। केवल एक माँ ही अपने बेटे को आदेश दे सकती है।"
गणतंत्र दिवस ट्रैक्टर परेड करेंगे आंदोलनकारी किसान
आंदोलनकारी किसानों की ‘गणतंत्र दिवस ट्रैक्टर परेड’ में विभिन्न राज्यों की कई झांकियां होंगी जो ग्रामीण जीवन, केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के साथ ही आंदोलनकारियों के साहस को दर्शाएंगी। यह जानकारी आयोजकों ने दी। एक किसान नेता ने बताया कि प्रदर्शन में शामिल होने वाले सभी संगठनों को परेड के लिए झांकी तैयार करने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने कहा कि देशभर से लगभग एक लाख ट्रैक्टर-ट्रॉलियां परेड में शामिल होंगी। इनमें से लगभग 30 प्रतिशत पर विभिन्न विषयों पर झांकी होगी, जिसमें भारत में किसान आंदोलन का इतिहास, महिला किसानों की भूमिका और विभिन्न राज्यों में खेती के अपनाये जाने वाले तरीके शामिल होंगे।