सफाई बनी मौत का कारण, आंध्र प्रदेश में सेप्टिक टैंक में सफाई के लिए उतरे मजदूरों की मौत
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: February 17, 2018 09:00 AM2018-02-17T09:00:32+5:302018-02-17T09:01:36+5:30
आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में एक निजी मत्स्य पालन केंद्र के बाड़े के सेप्टिक टैंक को साफ करने के लिए गए मजदूर मौत के घाट उतर गए हैं। खबर के मुताबिक सफाई के लिए गए 8 मजदूरों की इस दौरान मौत हो गई है।
नई दिल्ली,17 फरवरी: आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में एक निजी मत्स्य पालन केंद्र के बाड़े के सेप्टिक टैंक को साफ करने के लिए गए मजदूर मौत के घाट उतर गए हैं। खबर के मुताबिक सफाई के लिए गए 8 मजदूरों की इस दौरान मौत हो गई है। ये घटना पलमानेरू ब्लॉक में मोरम गांव के वेंकटेश्वर मछली पालन केंद्र की है। पुलिस के मुताबिक जमीन के नीचे मौजूद सेप्टिक टैंक की सफाई करने के लिए पहले चार मजदूर जिस टैंक में उतरे थे वहां कचरा डाला जाता है, जिसमें जहरीली गैस के कारण वे चारो बेहोश हो गए।
ऐसे में अपने साथियों को बचाने के लिए 4 और मजदूर उतरे लेकिन उनकी भी वैसी ही हालत होने लगी। इसके बाद जिले के मोरम गांव में मौजूद श्री वेंकटेश्वर हेचरी लिमिटेड कंपनी के सुरक्षा अधिकारियों ने मदद की गुहार लगाई और स्थानीय ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंचे। ग्रामीणों ने टैंक की छत हटाकर उन्हें मुश्किलल से बाहर निकाला गया औैर अस्पताल ले जाते समय 4 की मौत रास्ते में हो गई और 3 की मौत अस्पताल में हुआ। वहीं, एक की हालत गंभीर बताई गई थी लेकिन खबरों की मानें तो अब उस मजदूर ने भी दम तोड़ दिया है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि टैंक में जहरीली गैस बनने के कारण कर्मियों की मौत हुई है। जिला प्रशासन ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। कर्मियों के घरवालों का आरोप है कि टैंक में उतरने के लिए उन्हें सुरक्षा उपकरण नहीं दिए गए थे। वहीं, कंपनी ने पीड़ित परिवार को 15 लाख रुपये अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। राज्य सरकार ने भी प्रत्येक परिजन को 10 लाख रुपये देने की घोषणा की है।