देश में कोरोना वैक्सीन से 52 एलर्जी के मामले आए सामने, एक ICU में भर्ती, जानें क्या है AEFI
By अनुराग आनंद | Published: January 17, 2021 04:05 PM2021-01-17T16:05:46+5:302021-01-17T16:10:39+5:30
एक एम्स कार्यकर्ता को कोरोना वैक्सीन दिए जाने के बाद एलर्जी की शिकायत हुई, जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
नई दिल्ली: देश भर में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए कोविड-19 वैक्सीन दिया जाने लगा है। शनिवार को पहले दिन राजधानी दिल्ली में वैक्सीन देने के लिए कुल 81 केंद्र बनाए गए थे।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि दिल्ली में टीकाकरण के पहले दिन 51 छोटी घटनाएं हुईं, यानी टीका लगने के बाद 51 छोटी प्रतिकूल घटनाएं हुईं। जबकि एक गंभीर मामला भी सामने आया, यानी वैक्सीन लगने के बाद एक स्वास्थ्यकर्मी की हालत गंभीर हुई है।
कोरोना वायरस वैक्सीन पर सत्येंद्र जैन ने दी ये जानकारी-
सत्येंद्र जैन के मुताबिक, कल (शनिवार) 51 माइनर इंसिडेंस हुए हैं, जिनमें कुछ माइनर कॉम्प्लिकेशन हुए और एक मामला थोड़ा गंभीर था, जिसे AIIMS में भर्ती कराया गया है। सिर्फ एक को ही हॉस्पिटल में भर्ती कराना पड़ा है, बाकी लोगों को थोड़ी देर की निगरानी के बाद छुट्टी दे दी गई। जिस हेल्थकेयर वर्कर को एडमिट कराया गया है, उनकी उम्र 22 साल है और वहां सिक्योरिटी में काम करते हैं। कल रात तक हॉस्पिटल में ही थे, ICU में भर्ती कराया गया था।
एचटी रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली सरकार ने शनिवार को कहा कि शनिवार को राजधानी में 8,117 लोगों को टीकाकरण करने का लक्ष्य रखा गया था, जिसमें से कम से कम 4,319 स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं ने कोरोना वायरस वैक्सीन का पहला शॉट प्राप्त किया। राष्ट्रीय राजधानी में 81 स्थानों पर टीकाकरण आयोजित किया गया था।
चरक पालिका अस्पताल में दो लोगों की तबीयत बिगड़ी, फिर 30 मिनट में सही हो गए-
नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) के अधिकारी ने कहा कि एनडीएमसी के चरक पालिका अस्पताल में कोविड-19 वैक्सीन लेने के बाद दो स्वास्थ्यकर्मियों को हल्का एलर्जी का सामना करना पड़ा। इन दोनों के छाती में हल्का जकड़न हुआ। इसके बाद उन्हें AEFI टीम द्वारा निगरानी में रखा गया था और सामान्य महसूस होने पर उन्हें 30 मिनट के बाद छुट्टी दे दी गई थी।
कम से कम 1,91,181 स्वास्थ्य कर्मियों ने शनिवार को पूरे भारत में कोविड-19 वैक्सीन लगवाए। बता दें कि दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीनेशन प्रोग्राम का पहला उद्धेश्य पहले चरण में करीब 3 करोड़ लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाए जाने का है।
जानें क्या है AEFI और क्या है कोरोना वायरस टीका से इसका संबंध-
बता दें, कोरोना वायरस के लिए टीकाकरण अभियान शुरू कर दिया गया है। जिसकी शुरुआत 16 जनवरी से की गई है। ऐसे में AEFI के बारे में जानना जरूरी है। कम ही लोग AEFI मतलब एडवर्स इवेंट फॉलोइंग इम्यूनाइजेशन के बारे में जानते हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी दिशानिर्देश के मुताबिक AEFI मतलब एडवर्स इवेंट फॉलोइंग इम्यूनाइजेशन। यानी ऐसी कोई भी प्रतिकूल घटना जिसमें टीका लगने के बाद अनचाही चिकित्सा संबंधी घटना हो। हालांकि यह जरूरी नहीं ऐसी घटना का वैक्सीन से संबंधित हो।