अब तक मध्य प्रदेश लौटे 5 लाख 45 हजार श्रमिक, इसमें 1 लाख 26 हजार अकेले महाराष्ट्र से
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: May 26, 2020 06:18 PM2020-05-26T18:18:09+5:302020-05-26T18:20:19+5:30
राज्य शासन ने निर्णय लिया है कि कोविड-19 महामारी में प्रदेश के मूलनिवासी जो अन्य राज्यों में श्रमिक के रूप में कार्य कर रहे थे, 1 मार्च 2020 को या उसके बाद बड़ी संख्या में वापस लौटे हैं के सर्वे, सत्यापन तथा पंजीयन का अभियान 27 मई से 3 जून तक चलाया जायेगा.
भोपाल: कोरोना संक्रमण के कारण विभिन्न प्रदेशों में फंसे 5 लाख 45 हजार श्रमिक मध्यप्रदेश में वापस लाये जा चुके हैं. इनमें महाराष्ट्र से एक लाख 26 हजार श्रमिक शामिल हैं. अपर मुख्य सचिव एवं प्रभारी स्टेट कंट्रोल रूम आई.सी.पी. केशरी ने जानकारी दी है कि अब तक गुजरात से 2 लाख 8 हजार, राजस्थान से एक लाख 20 हजार, महाराष्ट्र से 1 लाख 26 हजार श्रमिक वापस लाए गए हैं.
इसके अतिरिक्त गोवा, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, केरल, आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु और तेलंगाना से भी श्रमिक वापस लाये गये हैं. वापस आये श्रमिकों का आज से सर्वे होगा : मध्यप्रदेश वापस आये सभी श्रमिकों को रोजगार सुनिश्चित करने के लिये प्रदेश में आज से सर्वे प्रारंभ हो गया है. अन्य राज्यों में लौटे मध्यप्रदेश के श्रमिकों का सर्वे कर उन्हें रोजगार के साथ ही संबल योजना से जोड़ा जाएगा.
राज्य शासन ने निर्णय लिया है कि कोविड-19 महामारी में प्रदेश के मूलनिवासी जो अन्य राज्यों में श्रमिक के रूप में कार्य कर रहे थे, 1 मार्च 2020 को या उसके बाद बड़ी संख्या में वापस लौटे हैं के सर्वे, सत्यापन तथा पंजीयन का अभियान 27 मई से 3 जून तक चलाया जायेगा.