Palghar mob lynching: पालघर मामले में बड़ी कार्रवाई, असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर सहित तीन पुलिसकर्मी निलंबित, 35 का तबादला
By निखिल वर्मा | Published: April 29, 2020 02:09 PM2020-04-29T14:09:19+5:302020-04-29T14:20:45+5:30
पालघर में 16 अप्रैल को दो साधुओं और उनके चालक की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी. इस घटना पर जमकर राजनीति हुई है. सोशल मीडिया पर भी महाराष्ट्र सरकार की किरकिरी हुई.
पालघर लिंचिंग मामले में महाराष्ट्र सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है। पालघर के कासा पुलिस स्टेशन में एक असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर और दो हेड कांस्टेबल को निलंबित कर दिया गया है। इस मामले में दो पुलिस इंस्पेक्टर को पहले ही निलंबित किया जा चुका है। पालघर पुलिस के प्रवक्ता के बताया कि मंगलवार को थाने से 35 पुलिसकर्मियों का तबादला कर दिया गया है।
पूरे मामले की विशेष महानिरीक्षक द्वारा जांच की जा रही है और जांच का जिम्मा सीआईडी को सौंपा गया है। पालघर की घटना 16 अप्रैल की रात की है जब दो साधू तथा उनका चालक किसी परिचित के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए कार से मुंबई से गुजरात के सूरत जा रहे थे। उनके वाहन को पालघर जिले के एक गांव के पास रोक लिया गया जहां भीड़ ने बच्चा चोरी करने के संदेह में तीनों को कार से बाहर निकाला और उनकी लाठियों से पीट-पीटकर हत्या कर दी।
An Assistant Sub Inspector & two Head Constables of Kasa Police Station have been suspended in Palghar lynching case. Two Police Inspectors have already been suspended in the case. 35 policemen of the police station were transferred yesterday: Palghar Police PRO. #Maharashtra
— ANI (@ANI) April 29, 2020
मृतकों की पहचान चिकने महाराज कल्पवृक्षगिरि (70), सुशीलगिरि महाराज (35) और चालक निलेश तेलगड़े (30) के रूप में की गई। महाराष्ट्र सरकार ने घटना की उच्च-स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। इस मा्मले में अब तक 100 से ज्यादा लोगों की गिरफ्तार किया जा चुका है।